Last Updated: Tuesday, July 2, 2013, 14:46

रांची : झारखंड में राष्ट्रपति शासन के छह माह 18 जुलाई को पूरा होने से ठीक पूर्व कांग्रेस ने झारखंड मुक्ति मोर्चा और अन्य संभावित सहयोगी दलों और निर्दलीयों से नई सरकार के गठन के लिए बातचीत तेज कर दी है और इसकी औपचारिक घोषणा अब कभी भी की जा सकती है।
कांग्रेस के महासचिव एवं झारखंड प्रभारी बीके हरिप्रसाद और दूसरे महासचिव एवं प्रवक्ता शकील अहमद से सोमवार को राज्य में नयी सरकार के गठन पर हुई लंबी मंत्रणा के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख शिबू सोरेन ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस से राज्य में नयी सरकार के गठन के लिए बातचीत अंतिम दौर में है और इस बारे में अंतिम फैसला अब कभी भी हो सकता है।
झारखंड की 82 सदस्यीय विधानसभा में 18 विधायकों वाली झामुमो और 13 सदस्यों वाली कांग्रेस को सरकार के गठन के लिए 11 अन्य विधायकों की जरूरत है और इसके लिए वह पांच विधायकों वाली राजद और छह निर्दलीयों से उम्मीद लगाए हैं। नई सरकार के गठन को लेकर पूरी तरह आशान्वित झामुमो प्रमुख ने कहा कि अंतिम दौर की बातचीत में राज्य में आगामी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों में सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बनते ही यहां नई सरकार का गठन कर लिया जाएगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने भी इस बात की पुष्टि की कि दोनों दलों में सरकार के गठन को लेकर बातचीत जारी है और 18 जुलाई को राष्ट्रपति शासन की अवधि समाप्त होने से पूर्व ही इस बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 2, 2013, 14:46