फिल्‍म लुटेरा समीक्षा: लूट और प्‍यार का बेहतर कनेक्‍शन -‘Lootera’ review: Motwane puts a dagger through the heart!

फिल्‍म लुटेरा समीक्षा: लीक से हटकर है मोहब्बत और लूट की कहानी

फिल्‍म लुटेरा समीक्षा: लीक से हटकर है मोहब्बत और लूट की कहानीलुटेरा एक ऐसी फिल्‍म है, जिसका कथानक थोड़ा हटकर है। इसमें रोचकता इतनी है कि यह देखने लायक फिल्म बन पड़ी है। हालांकि, फिल्म थोड़ा धीमा और लंबा है लेकिन यह दर्शकों को बांधे रखने में कामयाब होगी। प्‍यार की कहानी तो हर तीसरे फिल्‍म में होती है पर लुटेरा में डाययरेक्टर विक्रमादित्य मोटवानी ने एक आम लव स्टोरी का जिस तरह से खाका खींचा है वो काबिले तारीफ है। इस फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा और रणवीर सिंह दोनों का अभिनय सराहनीय है। फिल्‍म की कहानी अच्‍छी है और यह शुरू से अंत तक क्रमवार चलती है।

फिल्म का स्क्रीनप्ले बढि़या और कसावट भरा है। इस फिल्‍म में एक प्रेमिका को उसका प्रेमी सगाई के दिन छोड़कर भाग निकला। इस सदमे के चलते उसके पिता की मौत हो गई। जिस लुटेरे ने प्रेमी बनकर प्रेमिका के परिवार की सारी जायदाद लूट ली, अंत में वो जब वे दोनों किस्मत के चलते दोबारा मिलते हैं तो काफी रोमांचकारी है। इसे दिलकश अंदाज में फिल्‍माया गया है।

लुटेरा एक पीरियड फिल्म है। यह एक ऐसे शख्स रणवीर सिंह की कहानी है जो वाकई में लुटेरा है। उसका काम है बेवकूफ बनाकर लोगों को लूटना। कहानी में वो पश्चिम बंगाल के माणिकपुर में एक जमींदार परिवार को बेवकूफ बनाकर उनका सबकुछ लूट ले जाता है। लेकिन इसी दौरान उसे जमींदार की बेटी सोनाक्षी सिन्हा से प्यार हो जाता है। दोनों की शादी भी तय हो जाती है लेकिन अचानक रणवीर सिंह गायब हो जाता है। संयोग से उसके बाद दोनों दोबारा मिलते हैं। यानी फिल्‍म की कहानी में दिलचस्‍पी बनी रहती है।

इस फिल्‍म में रणवीर सिंह और सोनाक्षी सिन्हा का अभिनय शानदार है। कहानी कुछ ऐसी है कि आप शुरू से अंत तक व्‍यस्‍त रहेंगे। फिल्‍म में भावनाओं का बखूबी चित्रण किया गया है। खास बात यह है कि पीरियड फिल्म में जिस निरंतरता की जरूरत होती है उसका इसमें पूरा ध्यान रखा गया है। वैसे फिल्‍म देखने लायक है और कुछ नए अंदाज में रोमांच पैदा करता है।

First Published: Friday, July 5, 2013, 14:54

comments powered by Disqus