Last Updated: Sunday, December 1, 2013, 18:57
नई दिल्ली : भारतीय महिला बैंक का अगले सात साल में अपना कारोबार 60,000 करोड़ रुपए पर पहुंच जाने की उम्मीद है। सिर्फ महिलाओं के लिए इस बैंक का उद्घाटन पिछले महीने ही हुआ है।
भारतीय महिला बैंक की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक उषा अनंतसुब्रमण्यन ने कहा, हम 2020 तक 60,000 करोड़ रुपये (जमा व ऋण) का कारोबार हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैंक ने महिलाओं के लिए कुछ विशेष उत्पाद पेश किए हैं और कुछ अन्य को पेश करने की तैयारी है। जल्द जो उत्पाद पेश किए जाने हैं उनमें कैटरिंग सेवाएं शुरू करने के लिए रिण तथा कामकाजी महिलाओं के बच्चों के लिए एक साफसुथरा डे केयर सेंटर के लिए रिण शामिल है।
बैंक ने एक साल के लिए सावधि जमा (एफडी) के लिए 9 प्रतिशत की ब्याज दर तय की है, जो अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के समान है। वहीं बैंक बचत खाते की जमा पर 4.5 फीसदी का ब्याज दे रहा है जो अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से अधिक है। बैंक की अगले चार माह में 16 और शाखाएं शुरू करने की योजना है।
बैंक का इरादा अगले वित्त वर्ष से अपनी 25 फीसद शाखाएं ग्रामीण इलाकों में शुरू करने की प्रतिबद्धता पूरा करने का है। पिछले महीने 1,000 करोड़ रुपये के कोष के साथ महिला बैंक का शुभारंभ हुआ। गत 19 नवंबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की वषर्गांठ पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस बैंक का उद्घाटन किया। इस मौके पर संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।
बैंक के कर्मचारियों की संख्या इस समय 100 है। उसके ज्यादातर कर्मचारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से आए हैं। इसके अलावा बैंक ने अधिकारी वर्ग में 110 फ्रेशर्स की नियुक्ति की है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, December 1, 2013, 18:57