Last Updated: Wednesday, December 4, 2013, 17:02
मुंबई : बेहतर मानसून से कृषि क्षेत्र में अच्छी वृद्धि के संकेत के साथ इंडिया रेटिंग्स ने कहा है कि शहरी खर्च में कमी से उपभोक्ता क्षेत्र का प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है। रेटिंग एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार इंडिया रेटिंग को उम्मीद है कि गांवों में निजी अंतिम उपभोग व्यय बढ़ेगा लेकिन शहरी क्षेत्र में व्यय में नरमी की आशंका है। इससे निजी अंतिम उपभोग व्यय (पीएफसीई) वृद्धि दर सीमित रह सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएफसीई सितंबर तिमाही में केवल 2.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी और इसमें कमी का कारण शहरी व्यय में नरमी है।
उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कृषि क्षेत्र में 4.6 प्रतिशत वृद्धि दर की बदौलत देश की आर्थिक वृद्धि दर वित्त वर्ष में 4.8 प्रतिशत रही। वहीं पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कृषि वृद्धि दर 2.7 प्रतिशत थी। खुदरा क्षेत्र के बारे में रिपोर्ट में कहा गया है कि शहरी व्यय में कमी से आय में दोहरे अंक में वृद्धि की आशंका है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 4, 2013, 17:02