Last Updated: Wednesday, November 13, 2013, 22:04
आईएनएस सतपुरा से : भारतीय नौसेना के बेड़े में अगले 10 वर्ष में 200 युद्ध पोत होंगे और तीन नौसैन्य कमानों में तीन-तीन विमान वाहक पोत जोड़े जाएंगे। इसके लिए देश के विभिन्न गोदी को आदेश भी दिये जा चुके हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यहां यह जानकारी दी।
पूर्वी नौसैन्य कमान के फ्लैग आफीसर कमांडिंग इन चीफ रियर एडमिरल अतुल कुमार जैन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि फिलहाल, हमारे पास 136 पेात हैं और हमारा अगले 10 वर्ष में 200 का लक्ष्य है। हमारे देश के सभी गोदी को आदेश दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि नौसेना ध्वंसक पोत और युद्ध पोत बनाने पर गौर कर रही है। उन्होंने कहा कि फिलहाल, हमारे पास केवल एक लैंडिंग प्लेटफार्म डॉक (एलपीडी) आईएनएस जलाश्व है तथा हमारा लक्ष्य चार और एलपीडी का है। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा रूस से लिये गये आईएनएस विक्रमादित्य को इस महीने नौसेना में शामिल किया जाएगा।
अधिकारी ने कहा कि भारतीय नौसेना पूर्वी तट पर अगले महीने जापानी तटरक्षक बल के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास करेगी। नौसेना दिवस समारोह के मौके पर उन्होंने पुडुचेरी के उपराज्यपाल वीरेंद्र कटारिया के साथ सात नौसैन्य पोतों आईएनएस शिवालिक, आईएनएस सतपुरा, आईएनएस रणविजय, आईएनएस खुकरी, आईएनएस कुलीश, आईएनएस खंजर और आईएनएस जलाश्व के विभिन्न प्रदर्शन क्रियाकलापों की समीक्षा की। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 13, 2013, 22:04