Last Updated: Tuesday, October 22, 2013, 16:41
लुधियाना : यौन उत्पीड़न के मामले में फरार चल रहे आसाराम के बेटे से धार्मिक संत श्री श्री रविशंकर ने अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण करने और ‘साहसपूर्वक’ मामले का सामना करने की अपील की। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक ने कहा ‘अगर नारायण साई सही हैं तो उन्हें पुलिस का डर नहीं होना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि भागने और बचने से समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। आसाराम के बारे में पूछे गये एक सवाल के जबाव में रवि शंकर ने कहा ‘इस कथित प्रकरण से देश के पूरे संत समाज पर कलंक लगा है।’
आसाराम के खिलाफ शिकायत को अहमदाबाद में चांदखेड़ा पुलिस स्टेशन स्थानांतरित किया गया क्योंकि घटना यहां उनके आश्रम में हुई थी। मामला गांधीनगर की एक अदालत में चल रहा है क्योंकि चांदखेड़ा, गांधीनगर जिले में आता है। दोनों बहनों में से बड़ी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि आसाराम ने 1997 और 2006 के बीच उस समय उसका यौन उत्पीड़न किया जब वह अहमदाबाद के बाहरी इलाके में आसाराम के आश्रम में रहती थी।
छोटी बहन ने अपनी शिकायत में साई पर 2002 से 2005 के बीच बार बार यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। उस समय वह सूरत में उनके आश्रम में रहती थी। साई के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। बहरहाल, आसाराम और साई ने गुजरात उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर अपने खिलाफ लगाये गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को रद्द करने की मांग की है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 22, 2013, 16:41