Last Updated: Tuesday, January 21, 2014, 09:48
ज़ी मीडिया ब्यूरो पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर अपनी पार्टी जदयू के लाइन में नही होने का दावा करते हुए लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान को अच्छा आदमी बताया।
पटना के एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर सोमवार को आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान अगले लोकसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर नीतीश ने कहा कि आज की तारीख में उनके पार्टी जदयू का किसी भी दल के साथ समझौता नहीं हुआ है तथा कांग्रेस के साथ इसको लेकर कभी भी किसी स्तर पर उनके पार्टी के किसी नेता ने कोई बात नहीं की है।
उन्होंने कहा कि अखबारों में कांग्रेस के अगले लोकसभा चुनाव में जदयू या राजद लालू प्रसाद की पार्टी के साथ समझौते को लेकर खबरे आए दिन उन्हें पढ़ने को मिलती है उसमें कोई दम नहीं है। नीतीश ने कहा कि झारखंड में झारखंड विकास मोर्चा के साथ काम करने की सहमति बनी है और सीटों के तालमेल को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि जब उसको लेकर चर्चा होगी और कोई स्वरूप सामने आ जाएगा तो उसको सार्वजनिक किया जाएगा।
नीतीश ने कहा कि जहां तक बिहार का प्रश्न है तो वर्तमान में अगले लोकसभा चुनाव को लेकर किसी भी दल के साथ जदयू का कोई समझौता नहीं हुआ है। जदयू ने पिछला लोकसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लडा था पर नरेंद्र मोदी के धर्मनिरपेक्ष छवि पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने का विरोध करने वाली जदयू ने उन्हें चुाव अभियान समिति का प्रमुख बनाये जाने पर पिछले वर्ष 16 जून को भाजपा से नाता तोड लिया था जारी रामविलास की पार्टी लोजपा के साथ अगले लोकसभा चुनाव में तालमेल को लेकर कोई बात होने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि उसके साथ कोई औपचारिक बात नहीं हुई है। लोजपा ने पिछला लोकसभा चुनाव लालू प्रसाद की पार्टी राजद के साथ मिलकर लड़ा था पर इसबार राजद द्वारा पिछली बार की तुलना में कम सीटें दिए जाने के कारण उसके साक उसका अभीतक गठबंधन नहीं हो पाया है।
उन्होंने लोजपा सुप्रीमों रामविलास पासवान की तारीफ करते हुए उन्हें बहुत अच्छा आदमी बताया और कहा कि वे उनकी इज्जत करते हैं। नीतीश ने कहा कि वर्ष 2005 के फरवरी महीने में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के समय जदयू और लोजपा के बीच सहमति बनने को लेकर उन्होने प्रयास किया था, पर उसमें सफलता नही मिली थी तथ पूर्व में उनके साथ समझौते को लेकर अनेको बार कोशिश किए थे। उन्होंने कहा कि अगर वे उन्हें ठीक नहीं मानते तो ऐसा कोई प्रयास नहीं करते पर यह प्रश्न जरुर है कि वह ठीक मानते हैं कि नहीं तथा इस बारे में वे ही बताएंगे। नीतीश ने कहा कि यह रामविलास जी पर निर्भर करता है और यह फैसला उन्हें करना है कि किस तरह के गठबंधन के साथ वे जाएंगे।
चारा घोटाला के एक मामले में रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा लालू को पांच साल की सजा सुनाए जाने की ओर इशारा करते हुए नीतीश ने कहा कि देखा नहीं 17 साल की लंबी न्यायिक प्रक्रिया के बाद एक फैसला आया।
First Published: Tuesday, January 21, 2014, 09:48