भ्रष्टाचार के खिलाफ राहुल की आवाज को मुख्‍य चुनावी मुद्दा बनाएगी कांग्रेस!

भ्रष्टाचार के खिलाफ राहुल की आवाज को मुख्‍य चुनावी मुद्दा बनाएगी कांग्रेस!

भ्रष्टाचार के खिलाफ राहुल की आवाज को मुख्‍य चुनावी मुद्दा बनाएगी कांग्रेस! नई दिल्ली : भ्रष्टाचार के खिलाफ राहुल गांधी की सोच को आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रचार अभियान का मुख्य मुद्दा बनाया जा सकता है।

एआईसीसी के महासचिव और पार्टी के संचार विभाग के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि राहुल गांधी भ्रष्टाचार के खिलाफ दृढ़संकल्पित हैं। नौ भ्रष्टाचार निरोधक विधेयकों को पारित करने के साथ इसकी रूपरेखा तैयार होगी। उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के दौरान ऐतिहासिक भ्रष्टाचार निरोधक विधेयक पारित किए गए हैं। हमारा भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने का ट्रैक रिकार्ड रहा है।

माकन ने राहुल को भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले नेता के तौर पर पेश करते हुए स्लोगन और पोस्टर ऑनलाइन जारी किये हैं। इन नारों में राहुल और प्रधानमंत्री पद के भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के बीच तुलना करने का प्रयास किया गया है। माकन के ट्विटर पर डाले गये नारों में लिखा है कि राहुल जी के नौ हथियार, दूर करेंगे भ्रष्टाचार। राहुल जी का उद्देश्य, भ्रष्टाचार मुक्त देश। मोदी कहते हैं कांग्रेस मुक्त भारत, कांग्रेस कहती है पोलियो मुक्त भारत।

पोस्टरों में उन नौ विधेयकों का भी उल्लेख है जिन पर राहुल गांधी सक्रिय रहे हैं। इनमें व्हिसलब्लोअर विधेयक और भ्रष्टाचार रोकथाम संशोधन विधेयक भी शामिल है। लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेज होने के बीच कांग्रेस ने बुधवार को एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है जिसमें पार्टी के प्रचार अभियान की थीम पर फैसला किया जाएगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता, केंद्रीय मंत्री और गठबंधन पर पार्टी की समिति के प्रमुख एके एंटनी ने बैठक बुलाई है।

17 जनवरी को होने वाले एआईसीसी के सत्र से पहले होने वाली बैठक में एआईसीसी के महासचिवों, पार्टी की चुनाव अभियान और घोषणापत्र समितियों के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है। इस बीच पार्टी सूत्रों ने कहा कि एआईसीसी की बैठक के तत्काल बाद पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी 18 और 19 जनवरी को नेताओं के साथ राज्यवार वार्ता करेंगे। बैठक में एआईसीसी के सभी प्रतिनिधि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष शामिल होंगे। कांग्रेस नेताओं के लिए आने वाले कुछ दिन काफी व्यस्त रहेंगे। 21 जनवरी को प्रदेश चुनाव समितियों की बैठकों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें संभावित उम्मीदवारों के नाम पर फैसला हो सकता है। अनेक राज्यों के लिए केंद्रीय निगरानी समितियों की बैठकें 27 जनवरी को होने की संभावना है जिनमें छांटे गये उम्मीदवारों की पड़ताल होगी। आगामी 1 से 7 फरवरी के बीच केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हो सकती है।

इस बीच, कांग्रेस महासचिव अंबिका सोनी ने कहा कि राहुल गांधी पहले ही दर्शा चुके हैं कि वह पार्टी अध्यक्ष द्वारा किसी भी नई जिम्मेदारी दिए जाने पर पार्टी के लिए कोई भी काम करने को तैयार हैं। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, January 15, 2014, 10:31

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