Last Updated: Sunday, January 26, 2014, 13:23

नई दिल्ली : ऐतिहासिक राजपथ पर लोगों के हुजूम के बीच भारतीय सांस्कृतिक विविधता, राष्ट्रीय धरोहर, आधुनिक उपलब्धियों एवं सैन्य ताकत को प्रदर्शित करने वाले गणतंत्र दिवस समारोह को देख मुख्य अतिथि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे भावविभोर दिखे।
राष्ट्रपति के घुड़सवार अंगरक्षक दस्ते के बीच राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट के पास बने सलामी मंच पंहुचने पर अबे वहां मौजूद उत्साही जनता के हुजूम के समक्ष मंत्रमुग्ध दिखे। शिंजो अबे ने गाड़ी से उतरने के बाद हाथ मिलाकर उपस्थित लोगों का अभिवादन किया और फिर उपर मंच की ओर बढ़े। वह राष्ट्रपति के साथ सलामी मंच तक आए।
इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह के वह मुख्य अतिथि हैं। शांतिकाल में असाधारण वीरता के लिए शहीद सैन्यकर्मी एस एस एच एन वी प्रसाद बाबू को ‘अशोक चक्र’ के रूप में दिए गए सम्मान को राष्ट्रपति से लेने जब उनके पिता वेंकट रमन मंच पर आए तो शिंजो इस पूरे दृश्य को बहुत भाव विभोर हो कर आदर से देख रहे थे। सलामी मंच पर जब गर्व से सीना ताने पूर्व सैनिकों का दस्ता गुजर रहा था, शिंजो अबे ने इन 60-70 वर्षीय सैनिकों का अपनी कुर्सी से आगे खिसक कर गर्मजोशी के साथ हाथ हिलाकर अभिवादन किया। 51 घुड़सवारों के दस्ते के भी सलामी मंच के पास आने पर जापान के प्रधानमंत्री इस अद्भुत नजारे को आश्चर्य से देखते नजर आए।
विभिन्न राज्यों और विभागों की सांस्कृतिक विशेषताओं को प्रदर्शित करती झांकियों को देख जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे और उनकी पत्नी अकी अबे ने तालियां बजाकर अपनी खुशी प्रकट की। महाराष्ट्र की झांकी से उस प्रदेश के कलाकारों द्वारा गाया जा रहा लोकगीत जापानी अतिथि को काफी भाया और उन्होंने हाथ हिलाकर कलाकारों का अभिवादन किया। अद्भुत बहादुरी का प्रदर्शन करने वाले वीर बच्चों के सलामी मंच से गुजरने और स्कूली बच्चों को रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करते देख अबे बहुत ही खुश हुए और उन्होंने तालियां बजाकर इनका अभिवादन किया।
सेना के जांबाज 162 जवानों के 30 मोटरसाइकिलों पर सवार होकर चाय पीने, अखबार पढ़ने, फूलों पर मंडराते भंवरे बनने तथा ‘सारे जहां से अच्छा.’ गीत को साकार करने जैसे हैरतअंगेज स्टंट से जापानी प्रधानमंत्री बहुत प्रभावित नजर आए। पैरेड समाप्त होने पर वहां मौजूद सभी लोगों का अभिवादन करके वह राष्ट्रपति के साथ लौटे। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 26, 2014, 13:21