Last Updated: Tuesday, June 10, 2014, 16:51

पेरिस : ब्राजील में अगले चार सप्ताह तक चलने वाले फुटबॉल के महासमर में फैशन ब्रांड के बीच भी युद्ध छिड़ने वाला है और फैशनपरस्ती खिलाड़ियों की पत्नियों या प्रेमिकाओं तक ही सीमित नहीं रहेगी।
साओ पाउलो में 12 जून को ब्राजील और क्रोएशिया के बीच पहले मैच के साथ ही ब्रांड युद्ध का भी आगाज होगा। खिलाड़ियों की जर्सी आज अरबों डॉलर का उद्योग बन चुका है जिसमें अत्याधुनिक तकनीक और महंगा फाइबर इस्तेमाल किया जाता है ताकि खिलाड़ियों की मांसपेशियों को आराम मिले।
बत्तीस टीमों की किट का सालाना करार करीब 37 करोड़ 50 लाख डालर का है। फ्रांस का नाइके के साथ सबसे महंगा छह करोड़ 50 लाख डालर का करार है। वहीं इंग्लैंड टीम का अमेरिकी कंपनी के साथ चार करोड़ 20 लाख डालर का अनुबंध है। जर्मनी का एडीडास के साथ करार है और उसके बाद ब्राजील, गत विश्व और यूरोपीय चैम्पियन स्पेन, इटली और रूस का नंबर है।
करार की कीमत का आधार देशवासियों में जर्सियां खरीदने की आर्थिक क्षमता होती है। एक बार विश्व कप शुरू होने के बाद फुटबालप्रेमी अपनी टीम की जर्सी के दीवाने हो जायेंगे। ब्राजील में नाइके, एडीडास और प्यूमा मुख्य किट सप्लायर है जबकि बुर्डा, जोमा, मैराथन, लोट्टो ने भी उपस्थिति दर्ज कराई है।
नाइके के पास दस टीमें हैं जबकि एडीडास के पास नौ और प्यूमा के पास आठ टीमें हैं। इनमें इटली और अफ्रीका की अल्जीरिया, कैमरून, घाना और आइवरी कोस्ट शामिल हैं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 10, 2014, 15:32