भाजपा, कांग्रेस को ना समर्थन देंगे, ना उनसे समर्थन लेंगे: केजरीवाल

गाजियाबाद : दिल्ली में सरकार गठन को लेकर जारी अनिश्चितता के बीच आम आदमी पार्टी ने आज फिर कहा कि वह ना तो भाजपा या कांग्रेस से समर्थन लेगी ना ही उन्हें समर्थन देगी क्योंकि पार्टी का गठन उनके विकल्प के तौर पर किया गया है। पार्टी संयोजक अरविन्द केजरीवाल के घर पर आप के शीर्ष नेताओं की एक बैठक के बाद पार्टी ने कहा कि वह सरकार गठन का दावा नहीं करेगी और विपक्ष में बैठना पसंद करेगी।

आप के नेता प्रशांत भूषण ने कहा, हम भाजपा या कांग्रेस का समर्थन नहीं कर सकते क्योंकि आप का गठन उनके विकल्प के तौर पर किया गया है। लोगों ने हमारा समर्थन किया ताकि हम देश में एक वैकल्पिक राजनीति की स्थापना कर सके। भाजपा को मुद्दा आधारित समर्थन देने के बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह एक व्यक्तिगत टिप्पणी थी।

उन्होंने कहा, मैंने टीवी पर एक बहस के दौरान जो कहा वह मेरी व्यक्तिगत टिप्पणी थी। यह एक बयानबाजी थी। भाजपा और कांग्रेस के लिए हमारी तरह की राजनीति करना असंभव है। भूषण ने कहा, हमारा रूख रहा है कि हम ना तो भाजपा से समर्थन लेंगे ना ही भाजपा को समर्थन देंगे।

विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद आज भी आप और भाजपा दोनों ही खेमों में चर्चाएं जारी रहीं। 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है। भाजपा 31 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। उसके सहयोगी अकाली दल को 1 सीट मिली है लेकिन तब भी 36 सीटों (बहुमत) के आकंड़े से वह पीछे है। वहीं दूसरी तरफ आप को 28 सीटें मिली हैं जबकि कांग्रेस को आठ सीटों से संतोष करना पड़ा। जद (यू) को एक सीट मिली जबकि एक सीट पर निदर्लीय उम्मीदवार विजयी रहा। भाजपा ने भी कहा है कि वह सरकार बनाने का दावा नहीं करेगी। दिल्ली में पार्टी मामलों के प्रभारी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कल कहा था, हमारे पास संख्या नहीं है। हम किसी भी विधायक को खरीदना नहीं चाहते। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, December 10, 2013, 14:52

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