Last Updated: Wednesday, October 23, 2013, 15:23

नई दिल्ली : अपनी साफ छवि के लिए जाने जाने वाले और दिल्ली विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा उम्मीदवार हषर्वर्धन के सामने सबसे बड़ी चुनौती खेमे में बंटी भाजपा को एकजुट करने की होगी।
मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा उम्मीदवार को लेकर पार्टी के भीतर काफी खींचतान के बाद हषर्वर्धन के नाम की घोषणा की गई। इस खींचतान के कारण राजधानी में 15 साल बाद सत्ता पर काबिज होने की पार्टी की मुहिम के पटरी से उतरने का खतरा मंडराने लगा था।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य हषर्वर्धन को बचपन से ही उनकी सादगी के लिए जाना जाता है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का मानना है कि लगातार तीन बार पार्टी की हार के बाद हषर्वर्धन चार दिसंबर को होने वाले चुनावों में इस बार पार्टी का भाग्य बदलने की क्षमता रखते हैं। हषर्वर्धन दिल्ली में भाजपा की सरकार के दौरान 1993 से 1998 तक स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 23, 2013, 15:23