Last Updated: Tuesday, June 10, 2014, 17:19

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों तथा पुलिस प्रमुखों समेत वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि उनकी शालीनता को कमजोरी ना समझा जाए और वह कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर कोई समझौता कतई नहीं करेंगे।
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने बैठक से इतर संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री ने बैठक में मुख्य रूप से कानून-व्यवस्था पर बात की और कहा कि जिलों में प्रशासन और पुलिस से जिस तरह के काम की अपेक्षा है, वह नहीं हो पा रहा है।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के सामने अपने विचार रखे जिन्हें उन्होंने ध्यान से सुना और कहा कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर किसी भी कीमत पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अपराधी सिर्फ अपराधी है और उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी है। अधिकारियों का मूल्यांकन उसी पैमाने पर किया जाएगा।
गौरतलब है कि कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर हो रहे चौतरफा हमलों के बीच मुख्यमंत्री ने सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों, पुलिस महानिरीक्षकों, उप महानिरीक्षकों तथा पुलिस कप्तानों की बैठक बुलायी है। इस बीच, गृह विभाग के प्रमुख सचिव दीपक सिंघल ने संवाददाताओं को बताया कि मुख्यमंत्री ने बैठक में अपना दर्द व्यक्त किया और कहा कि अगर मैं अच्छी और शिष्ट भाषा का इस्तेमाल करता हूं तो इसे मेरी कमजोरी ना समझें। उन्होंने कहा कि अखिलेश ने अधिकारियों को आत्मावलोकन करने की हिदायत देते हुए कहा कि वे अपने अंदर झांके। जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान घटनास्थल पर जाएं और मीडिया को वस्तुस्थिति की सही जानकारी दें।
सिंघल के मुताबिक मुख्यमंत्री ने पुलिस की तरफ इशारा करते हुए कहा कि अगर आप टेम्पो से वसूली करेंगे तो बाकी पुलिसिंग कैसे करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 10, 2014, 17:19