Last Updated: Monday, January 20, 2014, 15:23
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्री कार्यालय के बाहर धरना देने जा रहे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सोमवार सुबह रेलभवन के पास रोक दिया। इसके बाद केजरीवाल अपने सहयोगियों समेत रेलभवन के पास ही धरने पर बैठ गए। केजरीवाल ने रेल भवन के बाहर संबोधित करते हुए दिल्ली की जनता के लिए काम ना करने के लिए पुलिस पर हमला बोला।
रेल भवन के आसपास बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। किसी को भी नार्थ ब्लॉक की ओर जाने से रोकने के लिए बैरीकेड लगाया गया है।
धरनास्थल पर लोगों को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने तीन पुलिस अधिकारियों के निलंबन की मांग को दोहराते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस गलत लोगों के साथ मिल जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस की जवाबदेही तय होनी चाहिए। दिल्ली पुलिस की लापरवाही हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि कया मंत्री जनता की सेवा न करें। उन्होंने दिल्ली पुलिस पर लोगों से पैसे वसूलने का आरोप भी लगाया। इस संवैधानिक संकट के लिए केंद्र सरकार जिम्मेवार है। हमने इस धरने के लिए दस दिन की तैयारी की है। मैं गणतंत्र दिवस की तैयारियों में दिक्कतें पैदा करना नहीं चाहता लेकिन जब दिल्ली की महिलाएं ‘असुरक्षित’ महसूस कर रही हैं, मैं चुप नहीं रह सकता।
इससे पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों को केंद्रीय गृह मंत्रालय के बाहर धरने के लिए जाने के दौरान आज सुबह रास्ते में रोका गया है। उन्होंने पुलिस की अकर्मण्यता के खिलाफ धरने का आह्वान किया है। केजरीवाल के कार को रेल के भवन के नजदीक रायसीना रोड के सामने रोका गया। पुलिस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को आगे बढ़ने से रोका।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और उनके सहयोगियों को गणतंत्र दिवस परेड का पूर्वाभ्यास चलने के कारण दोपहर तक रोका जा रहा है। पुलिसकर्मियों की एक टुकड़ी तैनात कर दी गई है और रफी मार्ग और रायसीना रोड पर नाकेबंदी कर दी गई है, जो नार्थब्लाक की तरफ जाती है। केजरीवाल और मंत्रियों ने सुबह दिल्ली सचिवालय में मुलाकात की है, जहां से वह केंद्रीय गृह मंत्रालय के दफ्तर की तरफ निकले।
दिल्ली पुलिस के अधिकारी केजरीवाल को सुरक्षा लेने के लिए तैयार करने के लिए दिल्ली सचिवालय पहुंच गए। आम आदमी पार्टी (आप) ने पुलिस अधिकारियों पर दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती के निगरानी छापे में उनकी मदद न करने और दहेज के एक मामले में मंत्री राखी बिड़ला की शिकायत पर उचित कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। केजरीवाल ने दक्षिण दिल्ली में संदिग्ध मादक पदार्थ और वेश्यावृत्ति गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कानून मंत्री सोमनाथ भारती के साथ सहयोग करने से इंकार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार दक्षिण दिल्ली की छापेमारी के मामले में पुलिस के खिलाफ जांच में सहयोगी नहीं करेगी, यह जांच व्यर्थ है। मैं 10 दिन के धरने के लिए तैयारी कर के आया हूं, प्रधानमंत्री और केंद्र को जिम्मेदार ठहराता हूं।
गौर हो कि गृह मंत्रालय के बाहर केजरीवाल के धरने के ऐलान के चलते चार मेट्रो स्टेशनों के बंद रहने से आज आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। वहीं, जंतर मंतर छोड़कर नई दिल्ली इलाके में धारा 144 लागू है। अपने विधायकों और समर्थकों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने हालात के लिए पूरी तरह से प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और केंद्र को जिम्मेदार ठहराया जिसके कारण उन्हें धरने पर बैठना पड़ा। उन्होंने कहा कि वह 10 दिन के लिए तैयार होकर आए हैं और आवश्यक हुआ तो प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हालात के कारण पैदा होने वाले किसी भी तरह के संकट के लिए केंद्र जिम्मेदार होगा।
गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के जांच के बाद ही कार्रवाई के बयान को खारिज करते हुए मुख्यमंत्री ने ‘भ्रष्ट’ अधिकारियों के तत्काल निलंबन की मांग की, जिन्होंने जनहित में कदम उठाने से इंकार कर दिया और जिसका मामला कानून मंत्री सोमनाथ भारती ने उठाया।
दिन में करीब 11 बजकर 20 पर रेल भवन के पास पहुंचने वाले केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों को उनकी कारों से उतरने और गृह मंत्रालय की ओर बढने की अनुमति नहीं दी गई। पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) एसबीएस त्यागी ने कहा कि धारा 144 लागू होने पर प्रदर्शन के लिए कोई भी आएगा तो उसे रोका जाएगा। ऐसे हालात में उन्हें (केजरीवाल) रोका गया। बहरहाल, भगवा टोपी लगाए भारतीय आम आदमी पार्टी :बाप: के कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गए और केजरीवाल के खिलाफ नारे लगाने लगे। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया और वहां से उन्हें ले जाया गया। केजरीवाल ने शुक्रवार को गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से मुलाकात कर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
आप सरकार ने उस पुलिसकर्मी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है जिसकी पश्चिम दिल्ली के सागरपुर में महिला एवं बाल विकास मंत्री राखी बिड़ला से नोक झोंक हुयी थी। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को डेनमार्क की पर्यटक के सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस के तौर तरीके पर भी दोष मढ़ा।
शायद पहली बार एक मुख्यमंत्री और उनका समूचा कैबिनेट अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए धरना दे रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि वह उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं जिन्होंने दक्षिण दिल्ली से चलाए जाने वाले ड्रग और सेक्स रैकेट के खिलाफ कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में मंत्रियों को सुख आराम छोड़कर लोगों के बीच होना चाहिए।
केजरीवाल ने दावा किया कि यूगांडा उच्चायोग के एक अधिकारी ने भारती से मुलाकात की और उनकी कार्रवाई का समर्थन करते हुए कहा कि रोजगार के नाम पर देश की कई महिलाएं को भारत में वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि उच्चायोग के अधिकारियों की ओर से लिखे गए पत्र की प्रति वह बांटेंगे। केजरीवाल ने आप नेताओं की कार्रवाई को ‘अतिसतर्कता’ की कार्रवाई करार देने के लिए मीडिया के एक धड़े, कांग्रेस और भाजपा को दोषी ठहराया। उन्होंने सुशील कुमार शिंदे के खिलाफ पूर्व केंद्रीय गृह सचिव आर के सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों का हवाला दिया कि वह दिल्ली पुलिस में एसएचओ के तबादले में संलिप्त हैं।
केजरीवाल ने कहा कि यह संदेह पैदा करता है कि :इसके लिए:पैसे का लेन-देन हुआ है। उन्होंने कहा कि अधिकतर पुलिसकर्मी भ्रष्ट नहीं हैं और उन्होंने ईमानदार लोगों से भ्रष्टाचार के खिलाफ आप के आंदोलन से जुड़ने को कहा।
First Published: Monday, January 20, 2014, 11:59