अरविंद केजरीवाल के जनता दरबार में बेकाबू हुई भीड़, किरण बेदी ने कहा-सचिवालय की छत से नहीं चलती सरकार

अरविंद केजरीवाल के जनता दरबार में बेकाबू हुई भीड़, किरण बेदी ने कहा-सचिवालय की छत से नहीं चलती सरकार

अरविंद केजरीवाल के जनता दरबार में बेकाबू हुई भीड़, किरण बेदी ने कहा-सचिवालय की छत से नहीं चलती सरकारज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : जनता के रियल नायक के तौर पर खुद साबित करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री ने जनता से सीधे रू-ब-रू हुए पर भीड़ बेकाबू होने की वजह से आज जनता दरबार कामयाब नहीं रहा। इस पर उनके पूर्व सहयोगी किरण बेदी ने कहा, सचिवालय की छत से नहीं चलती सरकार, संयम और सूझबूझ से काम करें केजरीवाल।

‘आम आदमी पार्टी’ (आप) सरकार की ओर से दिल्ली सचिवालय के सामने लगाए गए बहुप्रतीक्षित पहले जनता दरबार में आज अफरातफरी और अव्यवस्था देखी गई जिसके कारण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बीच में ही वहां से निकलना पड़ा। अपनी अपनी शिकायत दर्ज कराने आए सैकड़ों लोगों के बीच एक दूसरे से आगे होने की जैसे होड़ मची थी।

अव्यवस्था की वजह से बैठक बीच में ही छोड़ कर चले गए मुख्यमंत्री केजरीवाल दोबारा वहां आए और सचिवालय की छत पर खड़े हो कर भीड़ से कहा ‘आप लोग वापस जाएं। हमें व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए कुछ समय दीजिए। हम आपकी सभी शिकायतों का समाधान करेंगे। अगली बार हम बेहतर इंतजाम करेंगे।’ एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि अफरातफरी की वजह से बैठक रद्द नहीं की गई क्योंकि इसका समय सुबह 9 बजे से 11 बज कर 30 मिनट तक था।

मुख्यमंत्री और उनका मंत्रिमंडल लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए जहां इकट्ठा हुए, वहां भारी भीड़ जमा हो गई। दिल्ली पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) कर्मियों को भीड़ को संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। कुछ जगहों पर तो लोगों ने अवरोधक ही तोड़ डाले। मुलाकात के लिए उमड़ पड़ी भीड़ के कारण केजरीवाल को बीच में ही निकलना पड़ा।

दिल्ली सचिवालय के बाहर जनता से मुलाकात के दौरान जब भीड़ बेकाबू हो गई तो पुलिस कर्मी मुख्यमंत्री को उनके कार्यालय ले गए। उन्होंने कहा ‘हमें इंतजाम और दुरूस्त करने होंगे। अगर मैं वहां से नहीं हटता तो भगदड़ मच सकती थी। हर कोई मुझसे मिलना चाहता था। हमें व्यवस्था दुरूस्त करनी होगी ताकि ऐसी स्थिति दोबारा न आए।’ लोगों की समस्याएं सुनने के लिए इन्द्रप्रस्थ एक्सटेंशन में हुई बैठक में दिल्ली सरकार का पूरा मंत्रिमंडल मौजूद था।

केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा, हमने सोचा भी नहीं था कि आज इतने लोग आएंगे। उन्हें संभालना कठिन हो रहा था। अगर मैं वहां से नहीं निकलता तो भगदड़ मच सकती थी। पुलिस का अनुमान है कि सचिवालय के सामने करीब 50,000 लोग आए। भीड़ में मुख्य रूप से स्थाई करने तथा अन्य मांगों के साथ डीटीसी, बिजली कंपनी बीएसईएस, विभिन्न सरकारी अस्पतालों, नगर निगमों समेत अन्य सरकारी विभागों में अनुबंध पर काम करने वाले कर्मचारी भी थे।

केजरीवाल ने आम लोगों से सीधे संवाद करने और उनकी समस्याएं हल करने की अपनी नीति के तहत जनता दरबार का आयोजन किया था। लोगों से लिखित शिकायतें लेते देखे गए दिल्ली के कानून मंत्री सोमनाथ भारती ने कहा कि यह अच्छा अनुभव था और यह कवायद जारी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा ‘मैं परेशान नहीं हूं। यह अच्छा अनुभव था और ऐसे प्रयोग होते रहने चाहिए।’ भारती ने यह भी कहा कि यह बात उन्हें मिलीं कई शिकायतों से साफ होती है।

जनता दरबार में आए कई लोगों ने कहा कि वह निराश हैं लेकिन उनकी उम्मीद नहीं टूटी है। लक्ष्मी नगर निवासी रमेश गर्ग ने कहा, मैं यहां मुख्यमंत्री को पानी के अत्यधिक बिल के बारे में बताने आया था लेकिन अपना मामला पेश ही नहीं कर पाया। निश्चित रूप से मैं निराश हूं। पूर्वी दिल्ली के मंडावली से आयी सुनीता कपूर साढ़े नौ बजे होने वाली मुलाकात के लिए सुबह में छह बजे ही सचिवालय पहुंच गयीं। उन्होंने केजरीवाल से भेंट की और अपने फ्लैट के अवैध कब्जे के बारे में शिकायत की।

उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री की ओर से मुझे आश्वासन मिला कि मुझे इस मामले में सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों से मुलाकात करने वाले फरियादियों को उनकी शिकायत के बारे में एक पर्ची भी दी गई। भीड़ में मुख्य रूप से स्थायी करने तथा अन्य मांगों के साथ डीटीसी, बिजली कंपनी बीएसईएस, विभिन्न सरकारी अस्पतालों, नगर निगमों समेत अन्य सरकारी विभागों में अनुबंध पर काम करने वाले कर्मचारी भी थे। सचिवालय के बाहर सड़क के किनारे तथा आसपास की सड़कों पर पुलिस ने अवरोधक लगा रखे थे। दो दिन पहले ही केजरीवाल ने घोषणा की थी कि उनका पूरा मंत्रिमंडल लोगों की समस्याओं के हल के लिए सचिवालय के बाहर बैठेगा।


भगदड़ न हो जाए, इसलिए बैठक बीच में छोड़ कर उठना पड़ा : केजरीवाल

‘आम आदमी पार्टी’ (आप) सरकार के पहले ‘जनता दरबार’ में हुई अव्यवस्था के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज यहां कहा कि भगदड़ जैसी स्थिति से बचने के लिए उन्हें बीच में ही बैठक छोड़ कर उठना पड़ा। मुख्यमंत्री ने यह भी माना कि बैठक के लिए किए गए प्रबंध पर्याप्त नहीं थे।

उन्होंने कहा, हमें इंतजाम और दुरूस्त करने होंगे। अगर मैं वहां से नहीं हटता तो भगदड़ हो सकती थी। हर कोई मुझसे मिलना चाहता था। हमें व्यवस्था दुरूस्त करनी होगी ताकि ऐसी स्थिति दोबारा न आए। मुख्यमंत्री ने कहा, हम व्यवस्था में सुधार करेंगे। मैं अधिकारियों के साथ बैठ कर आवश्यक प्रबंध करूंगा। दिल्ली सचिवालय के बाहर जनता से मुलाकात के दौरान जब भीड़ बेकाबू हो गई तो पुलिस कर्मी मुख्यमंत्री को उनके कार्यालय ले गए।

कुछ ही देर बाद केजरीवाल वापस आए और लोगों से वापस जाने को कहा। मुख्यमंत्री ने सचिवालय की चहारदीवारी पर खड़े हो कर भीड़ से कहा कि उनकी समस्याओं का समाधान अगली बैठक में होगा। लोगों की समस्याएं सुनने के लिए इन्द्रप्रस्थ एक्सटेंशन में हुई बैठक में दिल्ली सरकार का पूरा मंत्रिमंडल मौजूद था।

यह बैठक केजरीवाल ने आम लोगों से सीधे संवाद करने और उनकी समस्याएं हल करने के लिए बुलाई थी। आयोजन स्थल पर सुबह 9 बजे से ही हजारों लोग एकत्र हो गए थे। सचिवालय के बाहर सड़क के किनारे तथा आसपास की सड़कों पर पुलिस ने अवरोधक लगा रखे थे लेकिन भीड़ बेकाबू हो गई और आयोजन स्थल पर अव्यवस्था फैल गई। दो दिन पहले ही केजरीवाल ने घोषणा की थी कि उनका पूरा मंत्रिमंडल लोगों की समस्याओं के हल के लिए सचिवालय के बाहर बैठेगा।

* संयम और सूझबूझ से काम करें केजरीवाल- किरण बेदी
* सचिवालय की छत से नहीं चलती सरकार- किरण बेदी
* ठेके पर काम करने वालों पर फैसला एक महीने में लेंगे-केजरीवाल
*ठेके पर काम करने वालों पर फैसला जल्द-केजरीवाल
* ठेके पर काम करने वालों पर रिपोर्ट मांगेगे-केजरीवाल
* सचिवालय की छत पर जाकर केजरीवाल ने लोगों को संबोधित किया
* जनता दरबार ने नहीं निकलता तो भगदड़ मच सकती थी-केजरीवाल
* हम अब दोबारा पूरी व्यवस्था के साथ जनता दरबार में आएंगे-केजरीवाल
* बुधवार को अगला जनता दरबार-केजरीवाल
*भीड़ को मनाने पहुंचे केजरीवाल
* सीएम केजरीवाल फिर जनता दरबार में आए लोगों के सामने आए
* अगला जनता दरबार बुधवार को लगेगा
* लोगों ने माना व्यवस्था सुधरने में समय लगेगा
* भगदड़ मचने का डर था-केजरीवाल
*केजरीवाल ने की लोगों से व्यवस्थित रहने की अपील
*सबसे बड़ी समस्या रोजगार की है-केजरीवाल
*अफसरों के साथ बैठकर बात करेंगे-केजरीवाल
* जनता दरबार की जगह बदली जा सकती है-केजरीवाल
*अगली बारी में इंतजाम बेहतर करेंगे-केजरीवाल
*लोगों की उम्मीदें 10गुना हो गई हैं-केजरीवाल
*टेबल पर चढ़ गए लोग इसीलिए निकलना पड़ा-केजरीवाल
* हमारे इंतजार में कमी रही होगी-केजरीवाल
* भीड़ बेकाबू हो गई थी- केजरीवाल
* केजरीवाल के मंत्री सुन रहे हैं शिकायतें
*दरबार शुरू होने के 15 मिनट बाद ही बाहर निकले सीएम केजरीवाल
* अफरातफरी में लोगों के दस्तावेज गायब हो गए
* सचिवालय के बाहर भीड़ ने बैरिकेट तोड़ा
*सचिवालय के बाहर भीड़ ने सुरक्षा घेरा तोड़ा
*भारी भीड़ की वजह से निकले सीएम केजरीवाल
* जनता दरबार छोड़कर निकले सीएम केजरीवाल
*केजरीवाल जनता दरबार छोड़कर सचिवालय गए
* केजरीवाल के जनता दरबार में बेकाबू हुई भीड़
* जनता दरबार में उमड़ा लोगों का हुजुम
* दिल्ली सचिवालय के बाहर चल रहा है जनता दरबार

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उधर, भ्रष्टाचार पर अकुंश लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने दो दिन पहले शुरू किए गए आठ अंकों के भ्रष्टाचार निरोधक नंबर के स्थान पर शुक्रवार को नया सरल नंबर 1031 शुरू किया जो आसानी से याद रहेगा। पुराने नंबर पर 23,500 कॉल आ चुके हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में नए हेल्पलाइन नंबर की घोषणा की जो देश में इस तरह का पहला प्रयोग है। बुधवार को केजरीवाल ने 011-27357169 भ्रष्टाचार निरोधक नंबर के रूप में घोषित किया था। उन्होंने शीघ्र ही सरल नंबर शुरू करने का वादा किया था।

First Published: Saturday, January 11, 2014, 09:15

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