Last Updated: Wednesday, December 11, 2013, 19:49
ज़ी मीडिया ब्यूरो अहमदाबाद : आसाराम के बेटे नारायण साईं ने एक महिला द्वारा उसके खिलाफ लगाए गए बलात्कार के आरोपों को स्वीकार कर लिया है। यह दावा गुजरात पुलिस ने यहां किया।
सूरत के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने मीडियाकर्मियों को बताया कि हमारी गहन पूछताछ में साईं ने (सूरत आधारित) दो बहनों में से एक द्वारा लगाए गए बलात्कार के आरोपों को कमोबेश स्वीकार कर लिया है। साईं ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया कि उसके अपनी आठ शिष्याओं के साथ शारीरिक संबंध थे।
सूरत पुलिस ने बताया कि शुरुआती दौर में नारायण साईं ने पूरी बात नहीं बताई, लेकिन जब पीड़िता को आमने सामने बिठाकर पूछताछ की गई तब नारायण ने खुलासा किया। नारायण ने बताया कि उसकी पत्नी से बच्चा नहीं हो रहा था इसलिए जमुना से संबंध बनाए। इस काम में 15 से 20 लोगों ने उनकी मदद की है।
पूछताछ में नारायण ने यौन शोषण की बात कबूल की है और जमुना के बेटे को अपना बेटा माना है। अस्थाना ने बताया कि नारायण साईं ये कह कर अपना बचाव भी कर रहा था कि पीड़िता से रिश्ते दोनों की सहमति से बनाए गए थे। रिमांड के दौरान 7 मोबाइल भी जब्त लिए गए हैं। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि नारायण साईं से काफी घनिष्ट पूछताछ की गई। साईं से मोक्ष और रेप के मामले में सवाल किए गए। पूछताछ में नारायण साईं ने अन्य 8 संबंधों की बात कबूल की है। पूछताछ में नारायण साईं ने जिस अन्य 8 युवतियों से संबंध की बात कबूल की है, उनमें से कईं युवतियां आश्रम की तो कुछ बाहर की हैं।
अस्थाना ने बताया कि लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद फरार हुए नारायण साईं के 58 दिनों में अप्रत्यक्ष तौर पर आश्रम से साथ संबंध थे। नारायण साईं को भागने में विष्णु और अर्जुन नाम के दो लोगों ने मदद की थी। पुलिस ने दोनों को समन भेज दिया है।
First Published: Wednesday, December 11, 2013, 19:49