केजरीवाल अब नहीं लगाएंगे 'जनता दरबार', सप्ताह में एक बार सुनेंगे जनता की शिकायतें

केजरीवाल अब नहीं लगाएंगे 'जनता दरबार', सप्ताह में एक बार सुनेंगे जनता की शिकायतें

केजरीवाल अब नहीं लगाएंगे 'जनता दरबार', सप्ताह में एक बार सुनेंगे जनता की शिकायतेंज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : जनता के रियल नायक के तौर पर खुद साबित करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को जनता दरबार लगाया था ताकि जनता की शिकायतें सीधे तौर सुनी जा सके। लेकिन केजरीवाल ने आज (सोमवार को) कहा कि अब दिल्ली में जनता दरबार नहीं लगाया जाएगा। अब ऑनलाइन शिकायतें मंगाएंगे। शिकायतों के लिए हेल्पनंबर भी जारी होगा। केजरीवाल को शनिवार को बेकाबू भीड़ की वजह से जनता दरबार स्थगित करना पड़ा था। हालांकि मुख्यमंत्री हफ्ते में एक दिन तीन घंटे लोगों से मिलेंगे लेकिन शिकायतें सुनने के लिए नहीं। उन्होंने आज भ्रष्टाचार की तर्ज पर हर विभाग में शिकायतों के लिए हेल्पलाइन और कॉल सेंटर की स्थापना की भी घोषणा की।

दिल्ली में अपने पहले ‘जनता दरबार’ के अफरा-तफरी के बीच संपन्न होने के बार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि अब इस की सार्वजनिक बैठकें नहीं होंगी और सरकार नई व्यवस्था शुरू करेगी जहां लोग अपनी चिंताओं के बारे में ऑनलाइन, पत्र तथा फोन के जरिए बता सकेंगे।

इसके साथ ही उन्होंने कहा, ऐसे लोग भी हैं तो जो सिर्फ मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं तो मैं उनके लिए सप्ताह में एक दिन दो या तीन घंटों के लिए उपलब्ध रहूंगा। लोगों को अपनी शिकायतें लेकर हमारे पास आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उसके लिए हम कई दूसरे माध्यम शुरू कर रहे हैं। बीते शनिवार को हुए ‘जनता दरबार’ के बारे में बात करते हुए केजरीवाल ने कहा, उस दिन बहुत लोग आ गए थे। हमने आज बैठक की। हम एक ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं जहां लोग अपनी चिंताओं के बारे में ऑनलाइन रिपोर्ट कर सकते हैं। हम एक कॉल सेंटर भी स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा, जो लोग हमें लिख नहीं सकते वे कॉल सेंटर में फोन कर सकते हैं और अपनी शिकायतों के बारे में बता सकतें हैं। वे पत्र के जरिए भी शिकायतें भेज सकते हैं और हम यहां सचिवालय में सहायता बॉक्स भी बनाने जा रहे हैं। यह 2-3 दिन में आरंभ हो जाएगा।

गौरतलब है कि ‘आम आदमी पार्टी’ (आप) सरकार की ओर से दिल्ली सचिवालय के सामने लगाए गए बहुप्रतीक्षित पहले जनता दरबार में शनिवार को अफरातफरी और अव्यवस्था देखी गई जिसके कारण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बीच में ही वहां से निकलना पड़ा था। अपनी अपनी शिकायत दर्ज कराने आए सैकड़ों लोगों के बीच एक दूसरे से आगे होने की जैसे होड़ मची थी। अव्यवस्था की वजह से बैठक बीच में ही छोड़ कर चले गए थे मुख्यमंत्री केजरीवाल दोबारा वहां आए और सचिवालय की छत पर खड़े हो कर भीड़ से कहा था ‘आप लोग वापस जाएं। हमें व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए कुछ समय दीजिए। हम आपकी सभी शिकायतों का समाधान करेंगे। अगली बार हम बेहतर इंतजाम करेंगे।’

खुफिया ब्यूरो के एक अलर्ट के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा कि उनके जीवन को कोई खतरा नहीं है और पूरी सुरक्षा आम आदमी को मिलनी चाहिए। अलर्ट में कहा गया है कि पानी टैंकर माफिया से केजरीवाल को खतरा है। मुख्यमंत्री ने कहा, मेरे जीवन को खतरा नहीं है। मुझे सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं है। मैं एक आम आदमी की तरह रहना चाहता हूं। इन सुरक्षा एजेंसियों का काम देश के लोगों को सुरक्षा मुहैया कराना है। मुख्यमंत्री और मंत्रियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण नहीं है। जो सुरक्षा वीआईपी लोगों को दी जा रही है वो आम आदमी को मिलनी चाहिए। उन्होंने गाजियाबाद पुलिस की ओर से मुहैया कराई गई ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा को खारिज करते हुए कहा, मुझे सुरक्षा की जरूरत नहीं है। मैं कई बार कह चुका हूं।

First Published: Monday, January 13, 2014, 13:43

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