Last Updated: Tuesday, May 20, 2014, 21:55
बीजिंग : अमेरिका के साथ जटिल विवादों में उलझे चीन और रूस ने आज साइबर जासूसी, यूक्रेन संकट और समुद्री क्षेत्र विवाद जैसे मुददों पर एक दूसरे के रूख का समर्थन किया। नौसेनाओं के एक सप्ताह के संयुक्त अभ्यास में इन दोनों देशों ने एक दूसरे के प्रति गर्मजोशी दिखाई।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग के पिछले साल पद संभालने के बाद चीन के दौरे पर आज पहली बार पहुंचे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन संकट से निबटने के मास्को के तरीके पर अमेरिका तथा अन्य पश्चिमी देशों की ओर से आलोचनाओं के शिकार हैं।
पुतिन और जिनपिंग ने बातचीत की और क्षेत्रीय विवादों को लेकर अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं के बीच रिश्ते मजबूत करने का वादा किया। पुतिन एशिया में वार्तालाप और विश्वास बहाली उपायों पर सम्मेलन में भाग लेने शंघाई पहुंचे। इस सम्मेलन में भारत सहित 40 देशों के 11 राष्ट्रप्रमुख तथा अन्य अधिकारी भाग लेंगे।
शी और पुतिन के बीच बैठक के बाद, दोनों नेताओं ने संयुक्त बयान जारी करके यूक्रेन के राजनीतिक संकट पर गहरी चिंता जताई। बयान में कहा गया है कि दोनों देशों ने सभी पक्षों से संयम बरतने, संघर्ष की स्थिति से बचने और वर्तमान समस्याओं का शांतिपूर्ण, राजनीतिक समाधान निकालने का अनुरोध किया।
इस बीच, राष्ट्रपति शी ने शंघाई के तट पर रूसी समकक्ष के साथ संयुक्त नौसैनिक युद्धाभ्यास का उदघाटन किया जिसमें पोत, पनडुब्बी और हेलीकाप्टर शामिल हैं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 20, 2014, 21:55