सुरक्षा परिषद में सुधारों को लागू करे यूएन : भारत

सुरक्षा परिषद में सुधारों को लागू करे यूएन : भारत

संयुक्त राष्ट्र : भारत ने आज कहा कि वर्ष 2015 के बाद के महत्वाकांक्षी विकास एजेंडा से पहले संयुक्त राष्ट्र को ‘अपना घर व्यवस्थित करना चाहिए’ और सुरक्षा परिषद में बहुप्रतीक्षित सुधारों को कार्यान्वित करना चाहिए।

भारत ने यह भी कहा कि अगर ज्यादा प्रभावी और प्रतिनिधिपरक न होने के लिए संयुक्त राष्ट्र में सुधार नहीं हुए तो विश्व निकाय की प्रासंगिकता दांव पर होगी। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि अशोक मुखर्जी ने कल कहा कि पिछले पांच दौर की वार्ता में ज्यादातर प्रतिभागियों की राय थी कि परिषद को और ज्यादा प्रभावी एवं प्रतिनिधिपरक बनाने के लिए सुधारों की जरूरत में और अधिक विलंब नहीं किया जा सकता।

मुखर्जी सुरक्षा परिषद में समान प्रतिनिधित्व, सदस्यता बढ़ाने और परिषद से संबंधित अन्य मामलों से जुड़े सवाल पर ‘अंतरसरकारी वार्ताओं’ (आईजीएन) की औपचारिक पूर्ण बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुखर्जी ने कहा ‘इन बीते महीनों के दौरान, भले ही हम एक दूसरे को लेकर बयान देने में व्यस्त रहे, लेकिन सुरक्षा परिषद में उसकी खामियों के कारण निष्क्रियता रही जिसका परिणाम दिखाई दे रहा है। सुरक्षा परिषद संकट उत्पन्न होने पर समाधान में, राजनीतिक स्थिरता के सतत ढांचे के निर्माण में प्रतिकिया देने में नाकाम रही चाहे वह अफ्रीका महाद्वीप में हो या एशिया या यूरोप में है।’ (एजेंसी)

First Published: Saturday, May 10, 2014, 17:18

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