Last Updated: Monday, May 5, 2014, 18:41

कैनबरा : मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया और चीन ने लापता मलेशियाई विमान की अब तक विफल रही तलाश के संबंध में अगला कदम तय करने के लिए आज त्रिपक्षीय वार्ता की। अधिकारियों ने बताया कि नए और अधिक परिष्कृत सोनार उपकरण को विमान की खोज में लगाने में अभी दो माह तक का समय लग सकता है। ऑस्ट्रेलियाई उप प्रधानमंत्री वॉरेन ट्रस और खोज अभियान के प्रमुख आंगस ह्यूस्टन ने पानी के अंदर खोज की योजना तैयार करने के लिए मलेशियाई रक्षा मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन और चीनी परिवहन मंत्री यांग चुआनतांग से यहां मुलाकात की। इस खोज के तहत हिंद महासागर में 60 हजार वर्ग किलोमीटर के हिस्से पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
ट्रस ने स्वीकार किया कि मलेशियाई विमान एमएच370 की खोज को लगभग दो माह हो चुके हैं और इसमें अभी और समय लगेगा क्योंकि खोज क्षेत्र के तहत आने वाला समुद्री क्षेत्र कई किलोमीटर गहरा है। ट्रस ने कहा कि समुद्री सतह पर खोज के लिए एक नया एवं अधिक परिष्कृत उपकरण हासिल करने के लिए एक निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि विश्व भर में इस प्रकार के उपकरण बहुत कम हैं और इनमें से अधिकतर निजी क्षेत्र में हैं।
ट्रस ने कहा, मुझे इस बात पर बल देना चाहिए कि विश्व में इस प्रकार की प्रासंगिक मशीनरी बहुत कम हैं।.. लेकिन हम जानते हैं कि कुछ देशों के पास समुद्री विज्ञान के अनुसार ऐसे पोत हैं जो समुद्र में उस गहराई तक जाने में सक्षम हैं और हमें उम्मीद है कि हम इस काम को करने के लिए ऐसे किसी उपकरण को काम में लगाने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा, हम इस बात को लेकर आशावान हैं कि हम यह काम एक से दो माह के भीतर कर सकते हैं। हमारे पास दो माह के भीतर पानी में और अधिक उपकरण होंगे। ट्रस ने कहा, इस बीच ब्लूफिन-21 काम करता रहेगा और जरूरी समुद्री कार्य किए जाते रहेंगे ताकि खोज में कोई बाधा उत्पन्न नहीं हो। तीनों देशों के शीर्ष विशेषज्ञ एकत्र आंकड़ों और सूचनाओं का फिर से विश्लेषण करने के लिए बुधवार को दोबारा मुलाकात करेंगे।
ह्यूस्टन ने कहा कि महासागर में 46 लाख वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में तलाश किए जाने के बाद एकत्र आंकड़ों का विश्लेषण करना और स्थिति की समीक्षा करना तर्कसंगत है। उन्होंने कहा, हम तलाश प्रक्रिया के उस चरण पर पहुंच गए हैं जहां यह तर्कसंगत है कि वापस जाया जाए और अब तक किए गए सभी विश्लेषणों एवं एकत्र सभी आंकड़ों का विश्लेषण किया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि इसमें कोई कमी नहीं है, सभी अनुमान सही हैं, विश्लेषण सही है और निष्कर्ष सही हैं।
बीजिंग जाने वाला बोइंग 777-200 विमान 8 मार्च को कुआलालंपुर से उड़ान भरने के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। इस विमान में पांच भारतीय, एक भारतीय-कनाडाई और 154 चीनी नागरिक सवार थे। ट्रस ने कहा, एकत्र की गई उपग्रह सूचना पर फिर से नजर डाली जाएगी ताकि हम यह सुनिश्चित कर सकें कि इसे सही तरीके से समझा गया और क्या इसके आधार पर जानकारी के लिए और तलाश करनी चाहिए। उन्होंने पानी की गहराई के बारे में कहा, मैं नहीं जानता कि किसी को इसके बारे में पूरी तरह पता भी है या नहीं क्योंकि इसे कभी मापा नहीं गया। ट्रस ने कहा कि उन्हें इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं है कि विमान का मलबा कब मिलेगा।
ब्लूफिन फिलहाल हिंद महासागर के तल में खोज कर रहा है लेकिन यह सिर्फ 4.5 किलोमीटर तक ही जा सकता है। समुद्र में 16 घंटे तक तलाश करने के बाद ब्लूफिन के सतह पर लौटने के बाद ही उसके आंकड़ों को डाउनलोड किया जा सकता है। इसलिए ऐसे उपकरण की आवश्यकता है जो अधिक सक्षम हो। इस बीच मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक ने एमएच370 की खोज के प्रति आज मलेशिया की प्रतिबद्धता जाहिर की। उन्होंने कहा, अभी तक हमें कोई नतीजा नहीं मिला है लेकिन सरकार मित्र देशों की मदद से खोज जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है। खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया ने विमान की खोज में मलेशिया की मदद के लिए असाधारण प्रतिबद्धता दिखाई है। (एजेंसी)
First Published: Monday, May 5, 2014, 18:41