Last Updated: Saturday, March 8, 2014, 18:55

बीजिंग (क्वालालम्पुर) : भारत के पांच नागरिकों सहित 239 लोगों को लेकर चीन आ रहा एक मलेशियाई एयरलाइंस का विमान आज लापता हो गया। माना जा रहा है कि वह मलेशिया एवं वियतनाम के बीच हादसे का शिकार होकर समुद्र में गिर गया। विमान की तलाश जारी है।
लापता हुए विमान बोइंग 777-200 फ्लाइट एमएच370 में 14 अलग-अलग देशों के कुल 227 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे। यात्रियों में दो नवजात बच्चे भी थे। मलेशिया एयरलाइंस ने कहा कि विमान जब दक्षिण चीन सागर में कोता बारू से करीब 120 समुद्री मील पूर्व दिशा में था तो आखिरी बार उससे संपर्क हुआ था। एयरलाइंस समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अहमद जौहरी यह्या ने कहा कि विमान से संपर्क टूटने के बाद तलाश और बचाव मिशन शुरू कर दिया गया है।
क्वालालंपुर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए याह्या ने कहा, ‘‘हमने मलेशियाई और वियतनामी अधिकारियों से संपर्क साधा है क्योंकि दरअसल यह मलेशियाई वायु क्षेत्र और वियतनाम नियंत्रण की सीमा रेखा है।’’ इससे पहले, वियतनाम के अखबार त्यूओई त्रे (युवक) ने वियतनाम के पांचवें नौसैनिक क्षेत्र के राजनीतिक ‘कमिसार’ रियर एडमिरल एनगो वैन फात के हवाले से बताया था कि विमान हादसे का शिकार हो गया है।
बहरहाल, मलेशिया के परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने कहा कि विमान के साथ क्या हुआ इसकी उन्हें ‘‘कोई जानकारी नहीं’’ है और न किसी तरह की पुष्टि हो सकी है। उन्होंने कहा कि विस्तृत जानकारी इकट्ठा करने की जिम्मेदारी उन्होंने वियतनाम की नौसेना को सौंपी है। हुसैन ने कहा, ‘‘विमान का पता लगाने के लिए हम अपने अधिकारों के तहत हरसंभव कोशिश कर रहे हैं ।’’
बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास द्वारा हासिल की गयी सूचना के मुताबिक, विमान में सवार भारतीयों के नाम - चेतना कोलेकर, स्वानंद कोलेकर, सुरेश कोलेकर, चंद्रिका शर्मा और प्रहलाद शीर्षस्थ - हैं। चीन के नागरिक उड्डयन प्रशासन को वियतनामी नागरिक उड्डयन के अधिकारियों ने बताया कि वियतनाम, मलेशिया और सिंगापुर संयुक्त रूप से विमान को तलाश कर रहे हैं। लापता विमान का पता लगाने और बचाव अभियान संचालित करने के लिए चीन ने अपने विमान को तैयार स्थिति में रखा है।
सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने कहा कि चीन के परिवहन मंत्री यांग चुआनतांग ने ‘‘उच्चतम डिग्री’’ आपात प्रतिक्रिया तंत्र की शुरूआत की घोषणा की है। वियतनाम ने विमान की तलाशी का अभियान शुरू किया जबकि फिलीपीन ने कहा कि वह तीन नौसैनिक गश्ती नौकाएं और एक निगरानी विमान भेज रहा है। चीन ने दो जहाज भेजे हैं।
बीजिंग के समय के मुताबिक तड़के 1:20 बजे विमान के साथ उसके रेडार सिग्नल के साथ संपर्क टूट गया। यह्या ने इससे पहले कहा, ‘‘एयरलाइन का फोकस आपात रेस्पॉंडर्स तथा अधिकारियों के साथ काम करना है और उसका पूरा समर्थन हासिल करना है ।’’ उन्होंने कहा कि लापता विमान के पायलट की पहचान कैप्टन जहारी अहमद शाह के तौर पर हुई । शाह के पास 18,365 घंटे उड़ान का अनुभव है । वह 1981 में एयरलाइन में शामिल हुए थे ।
विमान में सवार यात्रियों में 152 चीनी, 38 मलेशियाई, पांच भारतीय, सात इंडोनेशियाई, छह आस्ट्रेलियाई , तीन फ्रांसीसी, एक नवजात शिशु समेत चार अमेरिकी, दो न्यूजीलैंड के नागरिक, दो यूक्रेनी, दो कनाडाई तथा रूस, इटली, ताइवान, नीदरलैंड और आस्ट्रिया का एक-एक नागरिक शामिल था। बीजिंग में इस हादसे को लेकर अफरातफरी का माहौल है जहां विमान को सुबह साढ़े छह बजे उतरना था।
चीन के 154 यात्रियों के रिश्तेदार और परिजन हवाई अड्डा तथा मलेशियाई एयरलाइंस के कार्यालय में जुटने लगे हैं जहां वे अपने परिजन की जानकारी पाने को लेकर बेहाल हैं। घंटों के इंतजार के बाद एयरलाइन के प्रवक्ता ने मीडिया से कुछ देर के लिए बात की पर कोई ब्योरा मुहैया नहीं करा सका। प्रवक्ता ने एक प्रेस बयान को पढ़कर बताया जो पहले से ही कंपनी की वेबसाइट पर था।
लापता यात्रियों के रिश्तेदार सूचना की कमी से खासा नाराज हैं। कई लोग तो पूर्व बीजिंग के एक होटल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जमा हो गए। ‘शिन्हुआ’ ने एक विमान यात्री के परिजन के हवाले से कहा, ‘‘एयरलाइंस का किसी प्रतिनिधि ने हमें आकर ताजा जानकारी नहीं दी जिससे हम सहज हो सकें।’’ एक महिला ने कहा, ‘‘कागज के एक टुकड़े में लिखे बयान के अलावा कुछ भी पढ़कर नहीं बताया गया।’’ होटल के सम्मेलन कक्ष में लोगों के रोने-चीखने की आवाजें आ रही थीं। एक युवती जोर-जोर से रो रही थी और उसकी एक सहेली उसे सांत्वना दे रही थी। एक बुजुर्ग औरत अपने 40 साल के बेटे को लेकर चिंतित थी और उसे इस हालात पर काफी गुस्सा आ रहा था। कई विमान यात्रियों के रिश्तेदार फर्श पर बैठे हुए थे। कई लोग बेहोश हो गए तो उन्हें आराम के लिए होटल के एक कमरे में ले जाया गया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 8, 2014, 13:55