Last Updated: Tuesday, March 4, 2014, 09:27

वाशिंगटन : यूक्रेन संकट में मास्को की भूमिका को लेकर अमेरिका और रूस के संबंध नाजुक हो चले हैं। उक्रेन में रूस की ओर से सेना भेजे जाने से नाराज अमेरिका ने रूस के साथ सैन्य अभ्यास एवं अन्य द्विपक्षीय गतिविधियों पर रोक लगाने की घोषणा कर दी है। इस बीच, उक्रेन के बारे में अपना पक्ष रखने के लिए रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की आपात बैठक बुलाई है।
पेंटागन के प्रेस सचिव एडमिरल जॉन किर्बी ने सोमवार को कहा, ‘यूक्रेन में हुए हालिया घटनाक्रम के सिलसिले में हमने अमेरिका और रूस के बीच सैन्य वार्ताओं और गतिविधियों पर विराम लगा दिया है।’ किर्बी ने बताया कि इसमें सैन्य अभ्यास, द्विपक्षीय बैठकें, बंदरगाहों के दौरे और नियोजित सम्मेलन शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्रालय स्थिति पर नजर रखे हुए और विदेश मंत्रालय, अपने सहयोगियों, साझेदारों तथा नाटो के साथ संपर्क बनाए हुए है।
पेंटागन के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारी नौसेना की इकाइयां नियमित गश्त पर हैं। सहयोगियों और साझेदारों के साथ क्षेत्र में वह अभ्यास भी जारी हैं जिनकी योजना पूर्व में बनाई जा चुकी थी।’
दूसरी ओर, यूक्रेन के मुद्दे पर यूएनएससी की आपात बैठक शुरू हो चुकी है। यह बैठक रूस ने अमेरिका और यूरोपीय संघ की ओर से प्रतिबंधों की धमकी मिलने के बाद बुलाई है ताकि अपनी नीति के बारे में वह विस्तार से बता सके।
आपात सत्र में शामिल होने के लिए जाने से पहले रूसी राजदूत विटले ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया, ‘यूक्रेन में वर्तमान हालात के बारे में रूसी संघ की स्थिति और उसकी नीति के बारे में विस्तार से बताऊंगा।’ चार दिनों के भीतर यूक्रेन मुद्दे पर परिषद की यह तीसरी आपात बैठक है। यूक्रेन की सरकार का कहना है कि रूसी सेनाएं अभी भी क्रीमिया में मौजूद हैं और यह अंतरराष्ट्रीय समझौतों का उल्लंघन है।
शनिवार को हुई परिषद के 15 सदस्य देशों के राजदूतों की बैठक पश्चिमी देशों और रूस के बीच असहमति पर खत्म हुई। वाशिंगटन और लंदन मास्को से कह रहे थे कि वह रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण काला सागर प्राय:द्वीप से अपनी सेनाएं वापस बुलाए। इस प्राय:द्वीप में मूलनिवासी रूसी आबादी की बहुतायत में है।
शनिवार को हुई मुक्त बैठक में दो घंटे तक कार्यवाही बाधित रही क्योंकि मास्को यहां कैमरों और यूक्रेन की उपस्थिति पर विरोध जता रहा था।
एपी की एक खबर के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के मिशन ने दावा किया है कि रणनीतिक लिहाज से महत्वपूर्ण क्रीमिया क्षेत्र में 16 हजार रूसी सैनिक तैनात किए गए हैं। जबकि संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने अपात बैठक में बताया कि इसके लिए यूक्रेन के भगोड़े राष्ट्रपति ने ही अनुरोध किया था। (एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Tuesday, March 4, 2014, 09:27