Last Updated: Thursday, January 3, 2013, 14:56

मेलबर्न : खगोलविदों के एक दल ने दावा किया है कि उन्होंने अंतरिक्ष में पृथ्वी से दिखाई देने वाले, उर्जा के विशाल स्रोतों को मापने में मदद की है और ये स्रोत 1,000 किमी प्रति सेकंड की गति से आकाशगंगा के मध्य से निकल रहे हैं।
न्यूसाउथ वेल्स में एक दूरबीन से इस प्रक्रिया का अवलोकन कर रहे खगोलविदों के हवाले से एबीसी की खबर में कहा गया है कि कथित अंतरिक्ष गीजर नवनिर्मित तारों से अत्यंत वेग से निकल रहे हैं।
पहले माना जाता था कि उर्जा के इन स्रोतों का उद्भव आकाशगंगा के मध्य में स्थित ब्लैक होल से हो रहा है।
इन कथित अंतरिक्ष गीजर्स की खोज न्यू साउथ वेल्स, अमेरिका, इटली और नीदरलैंड के खगोलविदों ने की। खोज के बारे में जानकारी नेचर पत्रिका के अंक में प्रकाशित हुई है।
अनुसंधान दल के प्रमुख, सीएसआईआरओ के एत्तोरे कैरेटी ने कहा कि जो बहाव है उसमें मौजूद उर्जा तारे के विस्फोट से निकलने वाली उर्जा से लाख गुना ज्यादा है। यह हमारी ओर नहीं आ रहा है। गैलेक्टिक प्लेन से निकलने के बाद इसकी दिशा में कई बार बदलाव हो रहा है। हमें कोई खतरा नहीं है क्योंकि गैलेक्टिक सेंटर से हमारी पृथ्वी की दूरी 30,000 प्रकाश वर्ष है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 3, 2013, 13:10