अन्नान को पद पर बनाए रखना पसंद करते : भारत

अन्नान को पद पर बनाए रखना पसंद करते : भारत

संयुक्त राष्ट्र : भारत ने कहा है कि वह सीरिया में शांति प्रयासों को जारी रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र-अरब लीग के दूत कोफी अन्नान को इस पद पर बनाए रखना पसंद करता। अन्नान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि भारत अन्नान के प्रयासों का प्रबल समर्थक रहा है। अन्नान ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफे का एलान किया था।

अन्नान के इस्तीफे के बारे में पुरी ने कहा कि भारत ने उनकी छह सूत्री शांति योजना का निरंतर समर्थन किया है।

पुरी ने कहा, सीरिया में शांति लाने के लिए अन्नान ने जो प्रयास किए, उसके लिए हम उनके बहुत आभारी हैं। हम उन्हें पद पर बनाए रखना पसंद करते। हम उन परिस्थितियों को समझते हैं जिनमें उन्हें इस्तीफा देना पड़ा है।

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय सीरिया में अपनी जिम्मेदारियों से भाग नहीं सकता और उसे 20 अगस्त को सीरिया में संयुक्त राष्ट्र निगरानी मिशन के लिए तय सीमा खत्म होने के मद्देनजर प्रबंध करने होंगे।

अन्नान ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून को सूचित किया कि 31 अगस्त की तय समयसीमा पूरी होने के बाद वह अपने पद पर बने रहने के इच्छुक नहीं हैं।

सीरिया में शांति के प्रयासों के मद्देनजर इसी साल फरवरी में अन्नान को दूत नियुक्त किया गया था। वह संयुक्त राष्ट्र के महासचिव भी रह चुके हैं।

शांति दूत के तौर पर अन्नान ने छह सूत्री शांति योजना पेश की थी, लेकिन उनके प्रयासों को उम्मीद के मुताबिक कामयाबी नहीं मिली।

अन्नान ने सीरिया को लेकर एकजुटता दिखाने में नाकाम रहने को लेकर सुरक्षा परिषद और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना की थी। (एजेंसी)

First Published: Friday, August 3, 2012, 16:07

comments powered by Disqus