Last Updated: Saturday, November 3, 2012, 18:40

संयुक्त राष्ट्र : भारत ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) का वर्तमान ढांचा वैश्विक वास्तविकताओं से पूरी तरह से परे है और इससे किसी का हित पूरा नहीं होता है।
भारत ने कहा कि इस 15 सदस्यीय संस्था का विस्तार करके इसमें एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका जैसे महाद्वीपों को स्थायी प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।
भारत का सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के तौर पर दो वर्षीय कार्यकाल 31 दिसंबर को पूरा हो रहा है। भारत ने इस महीने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता का जिम्मा संभाला है।
भारत ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की यह संस्था सीरिया जैसे अहम मुद्दों पर ‘ध्रुवीकृत और राजनीतिक रूप से विभाजित’ है और इससे इस संस्था के सुधार की जरूरत को बल मिलता है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि वर्तमान ढांचे में सुरक्षा परिषद समकालीन वास्तविकताओं को नहीं दर्शाता, यह दुनिया में जो कुछ जो रहा है उससे पूरी तरह से परे है।
उन्होंने कहा,‘परिषद को असरदार बनाने के लिए इसका आकार बढ़ाने की जरूरत है। भारत का नजरिया यह है कि सुरक्षा परिषद को ज्यादा पारदर्शी होना चाहिए।’ पुरी ने कहा कि परिषद अपने वर्तमान ढांचे में किसी के हित को पूरा नहीं करता है और इसकी सदस्यता बढ़ाकर इसमें अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, कैरेबियाई और एशिया से स्थायी प्रतिनिधित्व का प्रावधान होना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Saturday, November 3, 2012, 18:40