'दो लोकतंत्रों का सहयोग है भारत-अमेरिका संबंध'

'दो लोकतंत्रों का सहयोग है भारत-अमेरिका संबंध'

'दो लोकतंत्रों का सहयोग है भारत-अमेरिका संबंध'वाशिंगटन : अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध कभी इतने मजबूत नहीं रहे थे और साझा मूल्य, आर्थिक व्यवस्था और रणनीतिक अनिवार्यता दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों को पास लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

इंडिया-यूएस हायर एडुकेशन डायलॉग के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए हिलेरी ने कहा, इस सप्ताह की रणनीतिक वार्ता से जैसा कि आप देख सकते हैं हमारे संबंध कभी इस कदर मजबूत नहीं रहे थे। यह सिर्फ हमारे दुनिया के सबसे पुराने और बड़े लोकतंत्र होने की बात नहीं है यह हमारे रिश्तों की रणनीतिक प्राथमिकता है। साझा मूल्य, आर्थिक व्यवस्था और रणनीतिक अनिवार्यता 21वीं सदी में हमारे हितों को नजदीक ला रहे हैं।

उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया एवं एशिया प्रशांत क्षेत्र में शांति को बढ़ावा देने और हिंसक कट्टरपंथ पर अंतरराष्ट्रीय कोशिशों के समन्वयन के साथ और भी काफी कुछ करने के लिए हम पहले से कहीं बेहतर तरीके से खुले, मुक्त, पारदर्शी और निष्पक्ष वैश्विक आर्थिक प्रणाली बनाने के लिए काम कर रहे हैं।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल के साथ इंडिया-यूएस हायर एजुकेशन डायलॉ की सह-अध्यक्षता कर रही हिलेरी ने कहा, आज के विमर्श और कल के रणनीतिक बातचीत का यही मुद्दा है।

विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा के साथ हिलेरी बुधवार को इंडिया-यूएस स्ट्रैटेजिक डायलॉग के तीसरे संस्करण की सह-अध्यक्षता करेंगी। अपनी प्रतिक्रिया में सिब्बल ने कहा कि दोनों देशों ने आज हमारे बच्चों के साथ ज्ञान बांटने के लिए पूर्वाग्रहों की बाधाओं को तोड़कर नयी यात्रा प्रारंभ की है। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, June 12, 2012, 23:24

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