Last Updated: Monday, August 19, 2013, 18:42

काहिरा : मिस्र के सीमावर्ती शहर रफाह में आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में कम से कम 25 पुलिसकर्मी मारे गए। इस घटना से कुछ घंटे पहले ही मुस्लिम ब्रदरहुड ने सुरक्षा बलों पर 36 इस्लामवादियों की ‘नृशंस’ तरीके से हत्याएं करने का आरोप लगाया था। पुलिसकर्मियों पर हुए इस ताजा हमले ने मिस्र की सैन्य समर्थित सरकार के लिए चुनौती बढ़ा दी है क्योंकि मोहम्मद मुर्सी को सत्ता से बेदखल किए जाने के बाद से हिंसा हो रही है।
बीते 14 अगस्त को मुर्सी समर्थकों के प्रदर्शन शिविरों पर सेना की कार्रवाई के बाद से अब तक अब तक की हिंसा में 850 से अधिक लोग मारे गए हैं। फलस्तीनी शहर गाजा से लगे मिस्र के रफाह शहर में दो बसों में सवार पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया। हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। इससे पहले मुस्लिम ब्रदरहुड ने सेना पर उसके समर्थकों की नृशंस हत्याएं करने का आरोप लगाया। यह आरोप ऐसे समय लगाया जब कैद से फरार होने का प्रयास कर रहे कम से कम 36 लोगों की हत्याएं हुईं।
मिस्र के गृह मंत्रालय ने कहा कि कालयुबिया प्रांत में अबु जाबल जेल के लिए 612 लोगों को ले जाते वक्त अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा जेल वाहनों के काफिले और सेना के एक अधिकारी को बंधक बनाने के बाद हुई गोलीबारी में ये लोग मारे गये। बाद में मंत्रालय ने कहा कि कैदियों की मौत आंसू गैस के धुएं से हुई। ये गोले इसलिए चलाए गए क्योंकि भागने का प्रयास कर रहे लोगों ने एक पुलिस अधिकारी को बंधक बनाने का प्रयास किया। इस अधिकारी को छुड़ा लिया गया, लेकिन वह बुरी तरह घायल हो गये।
मंत्रालय ने कहा कि भागने का प्रयास कर रहे गिरफ्तार लोगों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गये, जिसके बाद 36 कैदियों की दम घुटने से मौत हो गई। एक बयान में ‘एंटी कू अलायंस’ ने कहा कि उसे हिरासत में लिये गये लोगों की ट्रक में हत्या के सबूत मिले हैं। संगठन ने कहा कि ट्रक में उनकी हत्या कथित रूप से विस्फोटक रखकर और खिड़कियों से उन पर आंसू गैस के गोले चलाकर की गई। (एजेंसी)
First Published: Monday, August 19, 2013, 16:14