Last Updated: Thursday, August 15, 2013, 19:25

काहिरा : अरब स्प्रिंग के बाद मिस्र के इतिहास में बुधवार को का दिन सबसे ज्यादा खूनखराबे वाले दिन के तौर पर दर्ज हुआ, जब अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के समर्थकों पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई में सबसे ज्यादा 525 लोग मारे गए, जिसके बाद मुस्लिम ब्रदरहुड ने सेना समर्थित सरकार को सत्ता से हटाने का गुरुवार को संकल्प लिया।
ब्रदरहुड के प्रवक्ता गेहाद अल हद्दाद ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा है, ‘हम हमेशा ही अहिंसक और शांतिपूर्ण रहेंगे। हम मजबूत रहेंगे।’ उन्होंने कहा कि जब तक हम इस सैन्य शासन को नहीं हटा देते तब तक हम आगे बढ़ते रहेंगे। सरकारी ईजीवाई न्यूज साइट ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से बताया है कि दो प्रदर्शन शिविरों से मुर्सी के समर्थकों को सुरक्षा बलों द्वारा हटाए जाने के बाद देश में कल हुई झड़पों में कम से कम 525 लोग मारे गए और 3,500 लोग घायल हो गए। गृह मंत्रालय ने बताया कि मारे गए लोगों में 43 पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं।
वहीं, मुस्लिम ब्रदरहुड ने दावा किया है कि हिंसा में 2,000 से अधिक लोग मारे गए हैं। हालांकि, मिस्र के सेना समर्थित अंतरिम प्रधानमंत्री ने मुर्सी के समर्थकों के खिलाफ रबाबा अल अदावेया और अलनाहदा में हुई सुरक्षा बलों की कार्रवाई का बचाव किया है। हज्म अल बेबलवी ने कल टीवी पर दिए एक बयान में कहा कि हमने पाया कि हालात वहां पहुंच गए हैं, जहां आत्मसम्मान रखने वाला कोई देश इसे स्वीकार नहीं कर सकता।
बताया जा रहा है कि शिविरों और प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया। ये लोग मुर्सी को फिर से राष्ट्रपति पद पर बहाल करने की मांग कर रहे थे। 62 वर्षीय इस्लामवादी मुर्सी को सेना ने तीन जुलाई को अपदस्थ कर दिया था। सरकार ने कल एक महीने का आपातकाल लागू किया था। अल जजीरा समाचार चैनल की खबर के मुताबिक सुरक्षा बलों ने शिविरों पर अपनी कार्रवाई में कई लोगों को मार डाला।
इस बीच, उप राष्ट्रपति मोहम्मद अल बरदेई ने कल इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि वह जिन फैसलों से सहमत नहीं हैं उनकी जिम्मेदारी नहीं ले सकते। उधर, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस हिंसा की निंदा की है। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने इसे दुखद बताया। संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, फ्रांस, ईरान, कतर और तुर्की ने सेना समर्थित अंतरिम सरकार द्वारा बल प्रयोग किए जाने के कदम की सख्त निंदा की। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 15, 2013, 19:25