Last Updated: Saturday, June 30, 2012, 21:04

काहिरा : मोहम्मद मुरसी ने शनिवार को मिस्र के पहले स्वतंत्र रूप से चयनित राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण की। मुरसी के राष्ट्रपति बनने के साथ ही मुस्लिम ब्रदरहुड 84 वर्षों के संघर्ष के बाद सत्ता में लौट आया है। हालांकि देश के सैन्य शासक सत्ता को अभी भी अपनी नियंत्रण में रखना चाहते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव के विजेता मुरसी ने मिस्र के ‘हाई कांस्टिट्यूशनल कोर्ट’ के सामने पहले असैन्य राष्ट्रपति के तौर पर पद की शपथ ली।
‘कांस्टिट्यूशनल कोर्ट’ में आयोजित समारोह में 60 वर्षीय मुरसी ने कहा, मैं गणतांत्रिक आदेश का पालन करने, संवैधानिक कानूनों का सम्मान करने और लोगों की हितों का पूर्ण ध्यान रखने की सर्वशक्तिमान ईश्वर की शपथ लेता हूं ।
मुरसी ने कहा, हम एक बेहतर भविष्य का निर्माण करना चाहते हैं, एक नए मिस्र का और दूसरे गणतंत्र का।
शपथ लेने के बाद मुरसी ने काहिरा विश्वविद्यालय में अपने पहले सार्वजनिक भाषण में कहा, ईश्वर सबसे महान है, सबके उपर है।
उन्होंने अपील की कि हुस्नी मुबारक के सत्ता से जाने के बाद आयी यह लोकतांत्रित व्यवस्था पीछे नहीं लौटनी चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 30, 2012, 21:04