यूएन के नये प्रतिबंध से परमाणु वार्ता को नुकसान: ईरान

यूएन के नये प्रतिबंध से परमाणु वार्ता को नुकसान: ईरान

तेहरान : ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रमीन मेहमानपरस्त ने कहा है कि रविवार से प्रभावी हो रहे यूरोपीय संघ के नये प्रतिबंध देश के परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत को नुकसान पहुंचाएंगे।

मेहमानपरस्त ने कहा, यह कार्रवाई ईरान और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देश सहित जर्मनी के साथ हुए समझौते के खिलाफ है। इससे एक स्वीकार्य समाधान तक पहुंचने पर नकारात्मक असर पड़ेगा। दरअसल, तेहरान के विवादास्पद परमाणु गतिविधियों पर ईरान और ‘अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन और रूस एवं जर्मनी’ के बीच इस साल वार्ता बहाल हुई है, लेकिन इस दिशा में वे बहुत कम प्रगति कर रहे हैं। तीन दौर की अनिर्णायक वार्ता के बाद बातचीत विशेषज्ञ स्तर तक पहुंच गई है और अगली बैठक तीन जुलाई को इस्तांबुल में होने का कार्यक्रम है।

यूरोपीय संघ द्वारा ईरानी तेल पर रोक को पूर्ण रूप से लागू करने के दो दिन बाद यह कदम उठाया गया है। अंतरराष्ट्रीय उर्जा एजेंसी के मुताबिक चरणबद्ध तरीके से इस रोक को लागू करने से पिछले पांच महीने में ईरान के कच्चे तेल की बिक्री में 40 फीसदी की कमी आई है। हालांकि, ईरानी अधिकारियों का कुछ और कहना है। उनके मुताबिक इस रोक का बहुत कम प्रभाव पड़ा है और इससे यूरोपीय संघ की डगमगाती अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा है।

मेहमानपरस्त ने कहा कि प्रतिबंधों से सिर्फ यूरोपीय संघ-ईरान के बीच संबंधों को नुकसान पहुंचेगा।
उन्होंने कहा कि प्रतिबंधों से यूरोपीय देशों में आर्थिक और सामाजिक समस्याएं बढेंगी। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, June 26, 2012, 22:03

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