Last Updated: Monday, November 19, 2012, 10:22
दमिश्क : राजधानी दमिश्क के दक्षिणी जिलों में सैन्यबलों की बमबारी और पूरे देश में संघर्ष तेज होने के बीच सीरिया ने विपक्षी राजदूत की मेजबानी करने के फ्रांस के फैसले को ‘शत्रुतापूर्ण’ कृत्य करार दिया है।
फ्रांस विपक्षी ‘नेशनल कोलिएशन’ :राष्ट्रीय गठबंधन: को सीरियाई जनता के एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में मान्यता देने वाला पहला पश्चिमी देश है। वह आज यूरोपीय संघ से विद्रोहियों पर से हथियार संबंधी प्रतिबंध हटाने की भी मांग करेगा।
सीरिया की राष्ट्रीय सहमति (नेशनल रिकंसिलिएशन) की सरकार के मंत्री अली हैदर ने कल तेहरान में कहा कि फ्रांस शत्रु राष्ट्र जैसा बर्ताव कर रहा है। उससे महज एक दिन पहले फ्रांस ने गठबंधन को अपना राजदूत पेरिस भेजने का न्यौता दिया था।
हैदर ने प्रथम विश्व युद्ध के बाद सीरिया में फ्रांसीसी शासन का जिक्र करते हुए कहा कि यह ऐसा है कि जैसे वह आधिपत्य काल में लौटना चाहता है। ईरान दमिश्क और उन विपक्षी संगठनों की वार्ता की मेजबानी कर रहा है जिनका राष्ट्रपति बशर अल असद का शासन विरोध नहीं कर रहा है। राष्ट्रीय गठबंधन को इस वार्ता के लिए नहीं बुलाया गया है। ईरान के विदेश मंत्री अली अकबर सालेही ने विद्रोहियों को हथियार भेजने के खिलाफ चेतावनी दी है कि इससे क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरा होगा और आतंकवाद का खतरा भी बढ़ेगा। रूस ने कहा है कि इस मसले पर वह ईरान के साथ है। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 19, 2012, 10:22