Last Updated: Wednesday, July 17, 2013, 11:51

संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने कहा है कि सीरिया के गृहयुद्ध में लगभग 5000 सीरियाई लोग हर माह मारे जा रहे हैं और जिस रफ्तार से शरणार्थी वहां से भाग रहे हैं, वह रफ्तार वर्ष 1994 में हुए रवांडा नरसंहार के बाद नहीं देखी गई थी।
मानवाधिकारों के लिए सहायक महासचिव ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि सीरिया में आज मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हो रहा है, युद्ध अपराध जारी हैं और मानवता के खिलाफ अपराध का शासन है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में होने वाली ये हत्याएं इस इस संघर्ष का बेहद खराब पक्ष दर्शाती हैं। संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी प्रमुख एंटोनियो ग्युटेरेस ने कहा कि एजेंसी की जानकारी के अनुसार, वर्ष 2013 की शुरुआत से अब तक लगभग 18 लाख सीरियाई शरणार्थियों में से दो तिहाई लोग अन्यत्र जा चुके हैं। औसतन यह संख्या प्रतिदिन 6000 शरणार्थियों की है।
उन्होंने कहा कि लगभग 20 साल पहले हुए रवांडा नरसंहार के बाद से हमने इतनी तेज रफ्तार से शरणार्थियों का जाना नहीं देखा था। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख वलेरी एमोस ने कहा कि कम से कम 68 लाख सीरियाई लोगों को तत्काल मानवीय मदद की जरूरत है। उन्होंने सरकार और विपक्ष पर ‘व्यवस्थित ढंग से और कुछ मामलों में जानबूझकर’ नागरिकों की सुरक्षा के प्रति अपने कर्तव्य को निभाने में विफल रहने का आरोप लगाया।
जिनेवा से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए एमोस ने कहा कि यह संकट सिर्फ सीरिया तक सीमित नहीं है। यह क्षेत्रीय संकट है और इसके क्षेत्रीय परिणाम हैं। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से निरंतर और समग्र जुड़ाव जरूरी है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 17, 2013, 11:51