Last Updated: Wednesday, September 7, 2011, 06:02
नई दिल्ली. समाज के सदस्यों की ओर से प्रस्तावित जन लोकपाल विधेयक को असंवैधानिक करार देते हुए लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने इसे भीड़तंत्र का प्रतीक बताया है. अन्ना हजारे के अनशन को भी उन्होंने भीड़ जुटाने का एक तरीका बताया.
मंगलवार एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पासवान ने कहा कि अन्ना हजारे ने जो किया वह असंवैधानिक है और लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है. अगर अन्य लोग भी अपनी मांगें मनवाने के लिए उनके रास्ते का अनुसरण करने लगे तो क्या होगा. इस तरह के साधनों का उपयोग करके किसी को भी सरकार को बंधक नहीं बनाना चाहिए.
ऑल इंडिया कान्फेडरेशन ऑफ एससी एंड एसटी आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष उदित राज द्वारा प्रस्तावित बहुजन लोकपाल के समर्थन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शरीक करते हुए पासवान ने लोकपाल की नियुक्ति करने वाली चयन समिति में अनुसूचित जाति के लोगों और महिलाओं के लिए आरक्षण की मांग की.
उन्होंने कहा कि पिछड़े समुदाय के लोगों को लोकपाल की नियुक्ति करने वाली चयन समिति में आरक्षण मिलना चाहिए. हम अपनी मांगों के लिए समर्थन जुटाने के लिए 30 नवंबर को एक रैली आयोजित करेंगे.
First Published: Wednesday, September 7, 2011, 11:32