गैंगरेप विरोध: इंडिया गेट पर सुरक्षा बढ़ी, भारी पुलिस बल तैनात- Delhi Gangrape protest: India Gate barricaded and security tightened

गैंगरेप विरोध: इंडिया गेट पर सुरक्षा बढ़ी, भारी पुलिस बल तैनात

गैंगरेप विरोध: इंडिया गेट पर सुरक्षा बढ़ी, भारी पुलिस बल तैनातज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

नई दिल्‍ली : राजधानी दिल्‍ली में बीते सप्ताह एक चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई युवती को न्याय दिलाने की मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन का क्रम जारी है। गैंगरेप के विरोध में सोमवार को इंडिया गेट पर सुरक्षा बढ़ाते हुए इसे और कड़ी कर दी गई है। विरोध को उग्र होते देख आज इंडिया गेट और विजय चौक पर धारा 144 लगा दी गई है। साथ ही, बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।

सामूहिक बलात्कार को लेकर इंडिया गेट के नजदीक लगातार हो रहे प्रदर्शनों के चलते मध्य दिल्ली के नौ मेट्रो स्टेशन सोमवार को बंद रहेंगे। इन स्टेशनों को दिल्ली पुलिस के निर्देश के बाद बंद रखा गया है। डीएमआरसी अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस से अगला आदेश मिलने तक इन स्टेशनों को बंद रखा जाएगा। हालांकि केंद्रीय सचिवालय स्टेशन पर मेट्रो की अदला-बदली की जा सकती है। एक युवती के साथ सामूहिक बलात्कार को लेकर सत्ता के केंद्र रायसिना हिल पर प्रदर्शन के बाद यह निर्णय लिया गया है।

गौर हो कि रविवार को भी इंडिया गेट पर जोरदार प्रदर्शन हुआ। मुख्य प्रदर्शन इंडिया गेट पर हजारों लोग शाम तक डटे रहे। पुलिस बलों ने जब उन्हें वहां से हटाने का प्रयास किया तो पुलिस से उनकी झड़प हो गई, जिसमें लगभग 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राजधानी दिल्ली में सामूहिक बलात्कार की घटना को लेकर जारी प्रदर्शनों के बीच इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए रविवार रात लोगों की नाराजगी को ‘सही’ और ‘उचित’ बताया, लेकिन साथ ही शांति की अपील करते हुए देश में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाने का वादा किया।

दिल्ली के दिल ने आज तब एक किले की शक्ल ले ली जब इंडिया गेट और रायसीना हिल के आस पास के इलाकों पर प्रदर्शनों को रोकने के लिये भारी पुलिस बल तैनात किया गया। हालांकि इस व्यवस्था के कारण रोज़ सफर करने वाले यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों और कॉलेज जाने वाले छात्र छात्राओं को भी सड़क मार्गों के बंद होने और नौ मेट्रो स्टेशनों के बंद होने के कारण परेशानी झेलनी पड़ी।
पिछले दो तीन दिन में हुए घटनाक्रम को देखते हुये प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक अब प्रधानमंत्री के रेसकोर्स स्थित आवास पर होगी।

आमतौर पर ऐसी बैठकें हैदराबाद हाउस पर होती हैं जो इन प्रदर्शनों का मुख्यस्थल बने इंडिया गेट के पास है। पुलिस ने रफी मार्ग को बंद कर दिया और अशोक रोड, कॉपरनिकस मार्ग पर एक तरफ का मार्ग ही खोला गया। रफी मार्ग और रायसीना हिल पर बैरीकेडिंग के कारण आस पास के दफ्तरों में काम करने वाले लोगों को भी अपने अपने पहचान पत्र दिखाने पड़े।
इंडिया गेट, रायसीना हिल और अन्य स्थानों पर भी मीडियाकर्मियों को जाने से रोका गया।

गौर हो कि पुलिस ने इस विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए कई जगहों पर निषेधाज्ञा भी लागू कर दी। रविवार को प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने जमकर लाठियां बरसाईं, पानी की बौछार की और आंसूगैस का उपयोग किया।

उधर, कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी प्रदर्शनकारियों को यह मनाने के लिए रविवार रात इंडिया गेट पहुंचीं कि वे वहां से हट जाएं लेकिन उन्हें समझाने के प्रयास का कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। ऐसा पहली बार था जब कांग्रेस के कोई नेता दिल्ली सामूहिक बलात्कार पीड़ित के लिए न्याय की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए इंडिया गेट पहुंचे।

रेणुका ने प्रदर्शकारियों को मनाने का करीब एक घंटे तक प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार की ओर से ठोस कार्रवाई पर अड़े रहे। रेणुका ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि वे आज प्रदर्शनस्थल से चले जाएं और कल फिर आ जाएं। कांग्रेस नेता ने इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों से कहा कि वे सरकार से इस मुद्दे पर बात करने के लिए एक समिति गठित करें। प्रदर्शनकारी हालांकि नरम नहीं हुए।

First Published: Monday, December 24, 2012, 10:07

comments powered by Disqus