Last Updated: Saturday, June 8, 2013, 18:31
ज़ी मीडिया ब्यूरोपणजी : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर जारी महाभारत के बीच गोवा में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक चल रही है। रविवार को बैठक का अंतिम दिन है, लेकिन अभी तक मोदी को लेकर सस्पेंस बरकरार है। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि इसमें यह तय हो जाएगा या इस बात के संकेत जरूर मिल जाएंगे कि मिशन-2014 के लिए भाजपा का नेतृत्व कौन करेगा।
कार्यकारिणी की बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले आम चुनाव में पार्टी के चुनाव प्रचार की कमान सौंपी जा सकती है। कहा जा रहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित कई अन्य नेता इसके पक्ष में नहीं हैं। दरअसल आडवाणी नरेंद्र मोदी को प्रचार समिति का संयोजक बनाने के लिए तो राजी हैं, लेकिन अध्यक्ष बनाने के लिए नहीं। अगर मोदी को प्रचार समिति का संयोजक बनाया जाता है, तो चुनाव से संबंधित भाजपा की बैठकों की अध्यक्षता राजनाथ सिंह ही करेंगे, लेकिन अगर मोदी प्रचार समिति के अध्यक्ष बनाए जाते हैं तो चुनाव के लिए होने वाले बैठकों की अध्यक्षता भी मोदी ही करेंगे। हालांकि सूत्रों के मुताबिक नरेंद्र मोदी के नाम पर आडवाणी को मनाने की कोशिशें फिलहाल जारी हैं।
इस बीच नरेंद्र मोदी को कमान सौंपने को लेकर राजनाथ सिंह ने आज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से अलग-अलग बात की। सूत्रों के अनुसार, भाजपा शासित तीनों ही मुख्यमंत्री मोदी के नाम के जल्द ऐलान के पक्ष में हैं। रविवार 9 जून को दोपहर बाद करीब तीन बजे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक को सम्बोधित करने वाले हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा संसदीय बोर्ड ने पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को नरेंद्र मोदी के बारे में फैसला लेने के लिए अधिकार सौंप दिए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि रविवार दोपहर तक चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष के लिए मोदी के नाम की घोषणा हो सकती है।
उधर, उत्तर प्रदेश के देवबंद में संत स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती और योग गुरु शांतनु महाराज ने शनिवार को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है और वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को नसीहत दी है कि वे मोदी के रास्ते का रोड़ा न बनें। संत सरस्वती ने आडवाणी को राजनीति से संन्यास लेने की सलाह देते हुए कहा कि इस समय देश में नरेंद्र मोदी की हवा बह रही है। देश की जनता उन्हें केंद्रीय भूमिका में देखना चाहती है।
First Published: Saturday, June 8, 2013, 18:31