Last Updated: Sunday, November 18, 2012, 23:19

मुंबई : इसे विचित्र ही कहा जा सकता है कि हिंदुत्व की सियासत करने वाले शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे का पिछले पांच साल से इलाज करने वाले और उनके अंतिम समय में उनके साथ रहने वाले चिकित्सक एक मुसलमान थे।
लीलावती अस्पताल के चिकित्सक डॉ जलील पार्कर पिछले पांच साल से ठाकरे परिवार के विश्वस्त चिकित्सक थे। पार्कर ने ही मीडियाकर्मियों और शिवसेना कार्यकर्ताओं के सामने नम आंखों से शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की मौत की घोषणा की।
कुछ साल पहले ठाकरे के फेफड़ों से संबंधित बीमारी का इलाज कर डॉ पार्कर ने ठाकरे परिवार का विश्वास जीता था। इसके बाद जब भी ठाकरे का स्वास्थ्य बिगड़ता उनको ही बुलाया जाता। डॉ. पार्कर ठाकरे परिवार के इतने करीब हो गए थे कि उन्हें दशहरा रैली में मंच पर अन्य नेताओं के साथ भी देखा गया।
पिछले पांच सालों में डॉ. पार्कर को ठाकरे की पांच बार जान बचाने का श्रेय दिया जाता है। कुछ महीनों पहले डॉ. पार्कर के नेतृत्व में ही बाल ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे के हृदय की सर्जरी को अंजाम दिया गया था। (एजेंसी)
First Published: Sunday, November 18, 2012, 23:19