Last Updated: Monday, February 25, 2013, 19:00
गांधीनगर : कांग्रेस को करारा झटका देते हुए उसके कद्दावर नेता विट्ठल रडाडिया और उनके पुत्र जयेश ने आज विधायक के तौर पर इस्तीफा दे दिया और उनका भाजपा में शामिल होना तय माना जा रहा है। विट्ठल रडाडिया बंदूक के जोर पर धमकाने के विवाद में कुछ दिन पहले सुखिर्यों में आये थे।
रडाडिया अपने पुत्र के साथ विधानसभा गये ओर उन्होंने अपने इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष वजू वाला को सौंपे। बाद में वे अहमदाबाद गये जहां राज्य कांग्रेस का मुख्यालय स्थित हैं। उन्होंने वहां जाकर पार्टी से अपना इस्तीफा दिया। पूर्व सांसद रडाडिया सौराष्ट्र से मजबूत लेउवा पटेल समुदाय के हैं। वह उस समय विवादों के घेरे में आ गये थे जब वडोदरा जिले के करजान में टाल प्लाजा पर उनसे पहचान पत्र दिखाने के लिए कहे जाने पर उन्होंने बंदूक निकालकर धमकाना शुरू कर दिया था।
विधायक के तौर पर अपना इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कांग्रेस द्वारा गुजरात राज्य में नकारात्मक राजनीति चलाये जाने के विरोध में अपना इस्तीफा दिया है। कांग्रेस में पक्षपात की संस्कृति है।’’ रडाडिया ने एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए कहा, ‘‘मैंने कांग्रेस पार्टी से और विधानसभा से इस्तीफा दिया है ताकि मैं भाजपा में शामिल हो सकूं।’’ उन्होंने कहा कि मोदी गुजरात को विकास की नयी उंचाइयों पर ले गये हैं और वह भाजपा के प्रधानमंत्री प्रत्याशी है।
विट्ठल रडाडिया ने सांसद के रूप में इस्तीफा देने के बाद विधायक बने रहना पसंद किया था। वह हाल में हुए राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। वह इस बात को लेकर खिन्न चल रहे थे कि उन्हें विपक्ष का नेता नहीं बनाया गया। यह पद पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला को दिया गया। रडाडिया ने राज्य के सहकारी क्षेत्र में एक ताकतवर शख्सियत हैं और उनका सौराष्ट्र के किसानों में मजबूत आधार है। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 25, 2013, 19:00