Last Updated: Sunday, August 11, 2013, 19:04

नई दिल्ली : गुटबाजी से जूझ रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) यह तय नहीं कर पा रही है कि नवंबर में होने वाले दिल्ली विधानसभा में चुनाव में चौथे कार्यकाल के लिए मैदान में उतरने वाली कांग्रेस की शीला दीक्षित से सीधा टक्कर लेने के लिए मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार पेश किया जाए या नहीं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विजय गोयल निश्चित तौर पर काफी समय से इस पद के दावेदार हैं लेकिन उनके खिलाफ पार्टी में असंतोष बढ़ रहा है तथा विजय कुमार मल्होत्रा, विजेंद्र गुप्ता और आरती मेहरा जैसे प्रदेश के दिग्गज नेता उनके खिलाफ हैं।
उन्होंने गोयल के प्रति अपनी नाराजगी से भाजपा आलाकमान को अवगत करा दिया है। इन नेताओं ने गोयल पर वरिष्ठ नेताओं को नजरअंदाज करने एव चुनाव से पहले पार्टी को बांट देने का आरोप लगाया है।
हालांकि गोयल दावा करते हैं कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है और उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवारी के मुद्दे पर शीघ्र ही निर्णय होने की आशा है।
उधर, पार्टी में तेजी से एक विचार यह उभर रहा है कि साफ छवि वाले वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के पूर्व मंत्री डॉ. हषर्वर्धन शीला दीक्षित को कड़ी टक्कर दे सकते हैं। बताया जाता है कि उन्हें ज्यादातर नेता इस पद के लिए पसंद करते हैं।
भाजपा आलाकमान दुविधा में है कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार पेश किया जाए या नहीं। नाम नहीं घोषित करने पर उसे गोयल एवं उनके समर्थकों के नाराज होने का डर सता रहा है जो पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
आलाकमान की एक राय यह भी है कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर हषर्वर्धन के नाम की घोषणा करना बेहतर है और गोयल को यह आश्वासन दिया जाए कि केंद्र में भाजपा के सत्ता में आने पर उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा नेतृत्व अब भी इस पर स्पष्ट नहीं है कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाए या नहीं क्योंकि ऐसा करने इस पद के दावेदारों को निराशा होगी और उससे पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ा हो सकती है। पार्टी महसूस करती है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव से पहले होने हैं और पार्टी लगातार चौथी बार दिल्ली विधानसभा चुनाव हारना नहीं चाहती है।
सूत्रों ने कहा कि पार्टी चुनाव तक मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं घोषित करने का विकल्प खुला भी रख सकती है। इससे पहले खबर यह थी कि भाजपा शीघ्र ही मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार घोषित करने पर अंतिम निर्णय लेगी लेकिन नेतृत्व की स्थिति को देखते हुए चुनाव से पहले वह यह फैसला नहीं करेगी। (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 11, 2013, 19:04