Last Updated: Friday, September 2, 2011, 05:11
नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा में मानसून सत्र के तीसरे दिन भी भाजपा सदस्यों ने शुंगलू कमेटी और कैग की रिपोर्ट पर सदन से चर्चा की मांग की. इजाजत नहीं मिलने पर भाजपा सदस्य भड़क उठे. नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार मल्होत्रा के नेतृत्व में भाजपा विधायक मांग करने लगे कि इस पर तो चर्चा होनी ही चाहिए. सदन द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने पर भाजपा सदस्यों ने साथ लाए शंख बजाना शुरू कर दिए. विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मना करने पर नहीं माने तो उन्होंने भाजपा सदस्यों को तीन दिन के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया.
पूर्व निर्धारित समय के अनुसार, मानसून सत्र की कार्यवाही गुरुवार दोपहर दो बजे शुरू हुई थी. इसी दौरान पूर्व की भांति भाजपा सदस्य फिर से शुंगलू कमेटी और सीएजी की रिपोर्ट पर चर्चा कराने की मांग करने लगे. भाजपा सदस्यों का आरोप था कि मुख्यमंत्री पर कई संगीन आरोप हैं. इसलिए वह चर्चा से बच रही हैं. हो-हल्ला हो ही रहा था कि बाबरपुर क्षेत्र से विधायक नरेश गौड़ ने सदन में शंख बजाना शुरू कर दिया. इतने में नेता प्रतिपक्ष वीके मल्होत्रा, भाजपा के ही जगदीश मुखी, सुरेंद्र पाल रातावाल, अनिल झा, रमेश बिधूड़ी, मोहन सिंह बिष्ट, सुनील वैद्य, साहब सिंह चौहान आदि ने भी शंख निकाल लिए और बजाना शुरू कर दिए. हालांकि कुछ लोगों ने पूरी ताकत लगा दी फिर भी वे शंख नहीं बजा पाए, मगर वो भी मुंह में लगाए रहे.
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही स्थगित कर दी. जब फिर से बैठक शुरू हुई तो भाजपा विधायकों ने शंख बजाना शुरू कर दिया. बार-बार चेतावनी के बाद भी भाजपा सदस्य नहीं माने तो उन्होंने उन्हें मार्शल के माध्यम से बाहर भेजे जाने के निर्देश दिए तथा भाजपा सदस्यों को तीन दिन के लिए निलंबित कर दिया.
इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर नेता प्रतिपक्ष वीके मल्होत्रा ने विशेषाधिकार हनन की बात कहकर सदन में मुख्यमंत्री की उस टिप्पणी पर चर्चा कराने की बात कही थी जिसमें बुधवार को मुख्यमंत्री ने सदन में कहा था कि नेता प्रतिपक्ष मल्होत्रा राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति में उपाध्यक्ष थे. इसलिए किसी भी गड़बड़ के मामले में कलमाड़ी के बराबर के वो भी जिम्मेदार हैं.
First Published: Friday, September 2, 2011, 10:41