Last Updated: Wednesday, May 30, 2012, 23:53
भुवनेश्वर : ओडिशा में सत्तासीन बीजू जनता दल (बीजद) के प्रमुख और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को आज उनकी पार्टी के एक प्रभावशाली सांसद प्यारी मोहन महापात्र ने सीधी चुनौती पेश करते हुए उनकी कार्यशैली पर हमला किया।
बीजद के मुख्य सलाहकार एवं रणनीतिकार महापात्र ने बीती रात पार्टी के 33 विधायकों के साथ बातचीत की तो इसको लेकर अटकलें शुरू हो गईं कि राज्य सरकार के खिलाफ बगावत हो रही है, हालांकि उन्होंने इससे इंकार किया।
महापात्र ने कि नौकरशाहों के अहंकार की वजह से राज्य सरकार धीरे-धीरे अपना नियंत्रण खो रही है। उन्होंने कहा कि पटनायक को ‘षड्यंत्रकारी’ मंत्रियों, विधायकों और सांसदों का एक समूह घेरे हुए है, जो उनकी सरकार को गिराना चाहता है।
महापात्र ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, मैंने इस प्रवृति की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया है लेकिन इस मामले में मामूली कार्रवाई की गयी। नतीजतन नौकरशाहों का अहंकार धीरे-धीरे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री बनने की किसी तरह की आकांक्षा से साफ इंकार करते हुए महापात्र ने कहा कि पटनायक की अगुवाई वाली सरकार को गिराने का कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने कहा, मुझसे निश्चित तौर पर पटनायक को कोई खतरा नहीं है। मुख्यमंत्री के तौर पर वह पूरी तरह महफूज हैं क्योंकि वह बीजद के नेता हैं।
नौकरशाही से राजनीति में आए राज्यसभा सदस्य महापात्र ने कहा, यदि मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता तो इतने सालों तक इंतजार किए जाने की बजाय मैंने पहले ही इसकी कोशिश की होती, मैंने 2009 में भी कोशिश की होती। महापात्र ने कहा, मुख्यमंत्री ने विदेश से मुझे कल रात फोन किया और मुझसे मेरे आवास पर विधायकों की जमघट के बारे में बात की। मैंने उनसे कहा कि कोई औपचारिक बैठक नहीं हुई थी। कुछ विधायक उनके आवास पर सिर्फ अपनी शिकायतें और पार्टी से जुड़े मामले लेकर आए थे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीजद के संप्रग अथवा राजग में शामिल होने का सवाल नहीं है।
कल रात के घटनाक्रमों की मुख्यमंत्री की ओर से निंदा किए जाने की खबरों पर महापात्र ने कहा कि पटनायक की टिप्पणी पार्टी के कुछ नेताओं की ओर से दी गयी गुमराह करने वाली सूचनाओं पर आधारित थी। गौरतलब है कि पटनायक ने कल रात पार्टी को विभाजित करने की कोशिशों की निंदा की थी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, May 30, 2012, 23:53