Last Updated: Monday, September 24, 2012, 20:44

गंगटोक/गुवाहाटी : सिक्किम में बाढ़ के प्रकोप के चलते उत्तरी जिला मुख्यालय आज शेष प्रदेश से कट गया और बचाव दलों को सुदूर इलाकों में पहुंचने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। उधर असम में मृतक संख्या बढ़कर नौ हो गयी है वहीं अरुणाचल प्रदेश में अब तक चार लोग मारे गये हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि भूस्खलन से सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के चलते बचाव दलों को सुदूर इलाकों में पहुंचने में कठिनाई आ रही है जहां भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के 21 जवान मारे गये और शनिवार को बाढ़ के चलते आठ लोग लापता हो गये। बचाव दलों में आईटीबीपी, सेना, बीआरओ तथा राज्य सरकार के जवान शामिल हैं।
सूत्रों ने कहा कि खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टरों को भी उड़ान भरने में दिक्कत पेश आ रही है लेकिन उनकी मदद से चुंगथांग में जरूरी उपयोग की वस्तुएं पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है जहां भूस्खलन की घटनाओं के चलते 36 जगहों पर रास्ता अवरुद्ध है और पीने के पानी तथा बिजली की आपूर्ति ठप है। मुख्य सचिव कारमा गियास्टो को लेकर जा रहा हेलीकॉप्टर भी खराब मौसम के कारण उतर नहीं सका।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि असम में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में जल स्तर बढ़ने से बाढ़ के हालात और बदतर होते जा रहे हैं और इसके चलते नौ लोगों की मौत हो गयी। 16 जिलों में करीब 10 लाख लोग बेघर हो गये हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि कल रात तिनसुकिया जिले में सादिया के पास माकूम इलाके में नाव के डूबने से तीन बच्चों की डूब जाने से मौत हो गयी। एनडीआरएफ :राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल: ने 42 अन्य लोगों को सुरक्षित बचा लिया। कल डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिलों में एक एक व्यक्ति की जान चली गई। शिवसागर और नलबारी में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।
बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में बकसा, बारपेटा, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, जोरहट, कामरूप, लखीमपुर, मोरीगांव, नागांव, नलबाड़ी, शिवसागर, सोनितपुर और तिनसुकिया शामिल हैं।
जापान में मौजूद मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने बाढ़ प्रभावित राज्य में राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के लिए प्रशासन को हेलीकॉप्टर और यांत्रिक नौकाओं का इस्तेमाल करने का आज निर्देश दिया।
रक्षा जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल एस एस फोगट ने कहा कि सेना के तेजपुर मुख्यालय वाले गजराज कोर ने सोनितपुर जिले में बाढ़ प्रभावित 6,000 से अधिक लोगों को बचाया और हेलीकॉप्टरों के माध्यम से 2.5 टन खाने के पैकेट बांटे। उन्होंने कहा कि हालात और बिगड़ने पर तत्काल सेवा में लगाने के लिए अतिरिक्त विशेष बाढ़ राहत कार्य बल को तैयार रखा गया है जिनके पास नौकाएं, जीवनरक्षक जैकेट, चिकित्सा सहायता और राहत सामग्री होगी।
गुवाहाटी स्थित प्रथम एनडीआरएफ के कमांडेंट आलोक कुमार सिंह ने पीटीआई से कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के आठ तलाशी और बचाव दल राज्य के अलग अलग हिस्सों में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चार अन्य एसएआर दलों को तत्काल सेवा में लगाने के लिए तैयार रखा गया है।’’ उन्होंने बताया कि तेजपुर, तिनसुकिया, धेमाजी और रांगिया में एनडीआरएफ के दल बचाव और राहत कार्य में लगे हैं।
अरूणाचल प्रदेश में आई बाढ़ में तीन और शव बरामद होने के बाद मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर चार हो गई। हालांकि बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित लोहित जिले में नदियों का जल स्तर अब कम होने लगा है।
मुख्यमंत्री नबाम तुकी ने मृतकों के परिवारों को डेढ़-डेढ़ लाख रूपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाया कि बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित जगहांे तक पहुंचाने में सरकार हर संभव कोशिश कर रही है।
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने तत्काल राहत के तौर पर दस लाख रूपए जारी किए हैं। कामलांग और लोहित नदियों की बाढ़ में फंसे नौ लोगों को कल भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से बचाया गया था। 30 मरीजों को आगे के उपचार के लिए तेजु से असम के डिब्रूगढ़ स्थित मोहनबाड़ी ले जाया गया। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 24, 2012, 20:44