Last Updated: Wednesday, September 19, 2012, 13:44
ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश में पिछले सप्ताह से लगातार जारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है, राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन की सूचना मिली है।
बाढ़ के कारण धान के खेत जलमग्न हो गए हैं, बारिश के कारण पूर्वी सियांग जिले के नरी, रुक्सिन, पासीघाट और आस पास के इलाकों में भूक्षरण और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं।
ऐतिहासिक एमएमजे सड़क का संपर्क कई स्थानों से टूट गया है जिसके कारण कार्यालय जाने वाले लोगों और ग्रामीणों के लिए भारी मुश्किल पैदा हो गई है। इस सड़क को रुक्सिन उपखंड के ग्रामीणों के जीवन का आधार माना जाता है।
पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण जिले के कोरांग में स्थित वन क्षेत्र के अस्थाई कार्यालय को काफी नुकसान पहुंचा है।
बाढ़ में बहकर आए मलबे और शिलाखंडों से पानी की टंकी, पीने के पानी के पाइपलाइन और इमारतों के कुछ खंडों को नुकसान पहुंचा है।
भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और भूक्षरण के कारण अस्थाई कार्यालय के पास मुख्य सड़क :पीडब्ल्यूडी: अवरूद्ध हो गई है।
प्रभारी अधिकारी बापक कोयू ने बताया कि यदि बारिश लगातार होती रही तो सरकारी क्वार्टर और कार्यालय संभवत: पानी में बह सकते हैं।
इस बीच, प्रभागीय वन अधिकारी बिटेम दरांग ने घटनास्थल का दौरा किया और आगे के नुकसान को रोकने के लिए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। सूत्रों ने बताया कि सगाली से मेनगियो के बीच जाने वाली सड़क भारी बारिश में कई स्थानों से बह गई है जिसके कारण पापुम पारे जिले में स्थित मेनगियो क्षेत्र का सड़क मार्ग से संपर्क टूट गया है।
अधिकारियों ने बताया कि सड़क मार्ग से संपर्क टूट जाने के कारण मेनगियो और सिलसांगो क्षेत्र के लोग जरूरी वस्तुओं की कमी से जूझ रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 19, 2012, 13:44