Last Updated: Saturday, August 24, 2013, 23:47
ज़ी मीडिया ब्यूरो/एजेंसीमुंबई : मुंबई पुलिस ने मुंबई के शक्ति मिल परिसर में गुरुवार की शाम 23 वर्ष की फोटो पत्रकार के साथ हुए गैंगरेप के तीसरे आरोपी को आज गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। उधर गैंगरेप की शिकार फोटो पत्रकार ने अस्पताल से कहा कि बलात्कार से जीवन खत्म नहीं हो जाता। मैं चाहती हूं कि सभी आरोपियों को कड़ा से कड़ा दंड मिले और यथाशीघ्र काम पर लौटना चाहती हूं। इस बीच घटना के विरोध में जनता का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि तीसरे आरोपी, जिसकी पहचान सिराज रहमान के तौर पर हुई, करीब 25 साल का है। उसे आज देर शाम मुंबरा इलाके से गिरफ्तार किया गया। उसे कल मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने की संभावना है। इससे पूर्व विजय जाधव को आज तड़के मदनपुरा इलाके से अपराध शाखा के जांबाज जवानों ने गिरफ्तार किया। आरोपियों की तलाश के लिए अपराध शाखा को भी लगाया गया है। नगर पुलिस आयुक्त सत्यपाल सिंह ने कहा, जांच सही दिशा में चल रही है और हमें अन्य फरार आरोपियों की भी जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि जांचकर्ताओं ने आरोपियों के खिलाफ तमाम सुबूत जमा कर लिए हैं और हम जल्द ही एक व्यापक आरोप पत्र दाखिल करने वाले हैं। जाधव और चांद बाबू सत्तार शेख उर्फ मोहम्मद अब्दुल, जिसे कल गिरफ्तार किया गया था को आज दादर में भोइवाडा अवकाश अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उसे 30 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य निर्मला सामंत प्रभावलकर ने आज जसलोक अस्पताल में 22 वर्षीय पीड़िता से मुलाकात करने के बाद कहा, ‘वह जख्मों एवं सदमे से उबर रही हैं। वह सदमे से अभी पूरी तरह नहीं उबरी हैं लेकिन वह शांत हैं।’ अंग्रेजी पत्रिका के लिए इंटर्न के तौर पर काम करने वाली महिला ने अपनी दृढ़ता को दर्शाते हुए काम पर लौटना चाहती हैं। प्रभावलकर ने बताया कि पीड़िता ने कहा, ‘मैं जल्द से जल्द काम पर लौटना चाहती हूं।’
इस बीच शिव सैनिकों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने अदालत के बाहर प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ नारे लगाए। कई महिला संगठनों ने एन एम जोशी मार्ग थाने में गैंगरेप के खिलाफ मोर्चा निकाला। इस बीच उस अस्पताल, जहां रेप की शिकार लड़की को भर्ती कराया गया है, का कहना है कि उसकी हालत में सुधार हो रहा है।
जसलोक अस्पताल के कार्यवाहक सीईओ और निदेशक, मेडिकल सर्विसिज डा. तरंग ज्ञानचंदानी ने एक बयान में कहा, मरीज की हालत आज काफी बेहतर है, हालांकि हम देखभाल के हर लिहाज से उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए हैं। जांच में तेजी बनाए रखने और फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किए जाने की जरूरत को रेखांकित करने के लिए गृह मंत्री आर आर पाटिल ने आज दोपहर ढाई बजे के आसपास एन एम जोशी मार्ग थाने का दौरा किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार उन्होंने जांच की स्थिति के बारे में पूछताछ की और दोनों गिरफ्तार आरोपियों से हादसे में उनके शामिल होने के बारे में तफ्तीश की।
जांचकर्ताओं का कहना है कि हादसे की शिकार लड़की अपने एक पुरूष सहयोगी के साथ शक्ति मिल्स के निर्जन परिसर में अपने एक काम के सिलसिले में फोटो लेने गई थी, जहां उसके साथ यह हादसा पेश आया। शुरू में वह परिसर में जाने से हिचकिचा रही थी क्योंकि उसमें जाने का कोई मुनासिब रास्ता नहीं था और हर तरफ घनी झाड़ियां थीं।
उस समय संदिग्ध आरोपियों में से दो ने उन्हें अंदर जाने का रास्ता दिखाया और वहां से चले गए। जब यह दोनों फोटो लेने में मशगूल थे, तभी वह दोनों लड़के एक अन्य व्यक्ति के साथ वहां वापस आए और दावा किया कि वह रेलवे का कर्मचारी है। उन लोगों ने कहा कि इस परिसर की फोटो लेना मना है। पुलिस अधिकारी ने पीड़िता द्वारा दर्ज कराए गए बयान के आधार पर यह जानकारी दी। लड़की ने मुश्किल में फंसने का एहसास होते ही अपने बॉस को फोन लगाया। फोन व्यस्त था। कुछ देर बाद लड़की के बॉस ने उसे फोन किया और जब लड़की ने उन्हें मौके के हालात के बारे में बताया तो उन्होंने उसे तुरंत वहां से चले जाने को कहा।
जब लड़की अपने पुरूष सहयोगी के साथ वहां से तेजी से जाने लगी तो आरोपियों में से एक ने उन्हें रोका और युवक से कहा कि उन्हें ऐसा संदेह है कि वह इलाके में कुछ समय पहले हुई हत्या की एक घटना में शामिल था। तीनों आरोपियों, जिनके दो और साथी भी वहां आ पहुंचे, ने लड़की के सहयोगी के हाथ बेल्ट से बांध दिए और लड़की को एक झाड़ी में ले जाकर उसके साथ रेप किया।
इस बर्बरता और रेप की शिकार लड़की के पास घटना से ठीक पहले उसकी मां का फोन आया और उन्होंने लड़की से पूछा कि क्या सब कुछ ठीक है इसपर लड़की के अनुसार आरोपियों ने उसे बीयर की टूटी बोतल दिखाकर धमकाया, तो उसने डर के मारे अपनी मां से कह दिया कि यहां सब कुछ ठीक है। लड़की की मां को कुछ गड़बड़ी का अहसास हुआ इसलिए उन्होंने दोबारा फोन किया, लेकिन लड़की उन गुंडों की धमकी की वजह से उन्हें फिर कुछ नहीं बता पाई।
हालांकि पुलिस अधिकारी ने यह नहीं बताया कि क्या फोटो पत्रकार ने अपने बयान में यह बताया है कि आरोपियों ने अपने मोबाइल पर उसके फोटो भी लिए है, उनका कहना था कि गिरफ्तार आरोपी लड़की के फोटो लेने के लिए एक दूसरे पर आरोप लगा रहे थे। इस बीच घटना के आरोपी के तौर पर सबसे पहले गिरफ्तार चांद के परिवार का कहना है कि वह नाबालिग है। उसकी दादी सरनाबाई ने पुलिस के सामने एक प्रमाणपत्र पेश किया, जिससे पता चलता है कि उसकी जन्मतिथि 26 फरवरी 1997 है। पुलिस ने हालांकि चांद की उम्र 19 वर्ष बताई है और कहा है कि उसका परिवार उसे कड़ी सजा से बचाने के लिए नाबालिग साबित करना चाहता है। पुलिस अब उसकी सही उम्र का पता लगाने के लिए उसकी चिकित्सा जांच कराने की योजना बना रही है।
First Published: Saturday, August 24, 2013, 20:04