Last Updated: Monday, September 23, 2013, 10:11
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली/लखनऊ: विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने कहा कि 84 कोसी परिक्रमा पूरा होने के बाद संत अयोध्या में पंच कोसी परिक्रमा सोमवार यानी 22 सितंबर से शुरू करेंगे। वहीं, विहिप कार्यकर्ताओं को सोमवार से ‘पंचकोसी परिक्रमा यात्रा’ करने से रोकने के लिए समूचे फैजाबाद जिले में रविवार को निषेधाज्ञा लगा दी गई। उधर, विहिप की पंस कोसी परिक्रमा को लेकर पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
फैजाबाद के जिलाधिकारी विपिन कुमार द्विवेदी ने बताया कि इस पाबंदी के तहत भक्तों के दैनिक पूजापाठ करने पर रोक नहीं होगी। द्विवेदी ने कहा कि खुफिया एजेंसियों से मिली इस सूचना के बाद पाबंदियां लगाई गई हैं कि विहिप की प्रस्तावित यात्रा से सांप्रदायिक सौहार्द और शांति बिगड़ सकती है।
जिला प्रशासन की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि का विवाद उच्चतम न्यायालय के समक्ष लंबित है और यात्रा के पीछे का उद्देश्य सांप्रदायिक ध्रुवीकरण है, जो सांप्रदायिक संघर्ष में परिणत हो सकता है। विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय ने अपने बयान में कहा कि 13 सितंबर को अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा समाप्त होने के बाद संत अयोध्या की पंच कोसी परिक्रमा 22 सितंबर को आरंभ होगी।
उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश के करीब एक दर्जन संत और श्रद्धालु बीस दिनों तक चलने वाली अयोध्या की पंच कोसी परिक्रमा में हिस्सा लेंगे। विहिप नेता ने कहा कि आंध्र के संत 10 दिन, कर्नाटक के छह दिन तथा केरल एवं तमिलनाडु के संत दो-दो दिन परिक्रमा करेंगे। उन्होंने कहा कि यह यात्रा विजयादशमी के दिन पूरी होगी।
मुजफ्फरनगर दंगों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से 84 कोसी परिक्रमा रोकने में राज्य सरकार ने सक्रियता दिखाई, वैसी सक्रियता दंगा रोकने में दिखाई होती तब इतने लोग नहीं मारे जाते। (एजेंसी)
First Published: Monday, September 23, 2013, 10:11