Last Updated: Saturday, June 22, 2013, 20:31

देहरादून : उत्तराखंड में बारिश और बाढ़ के कहर का सामना करके जिंदा बचे लोगों ने सेना की जमकर तारीफ करते हुए कहा है कि सेना ने उन्हें दूसरा जीवन दिया है।
हेमकुंड साहिब के रास्ते में आठ दिन फंसे रहे लुधियाना के रहने वाले सुखविंदर सिंह ने कहा, ‘मैं आपदा आने के समय हेमकुंड साहिब के रास्ते में था। समय बीतने के साथ स्थिति और बिगड़ गई। सेना के मोर्चा संभालने पर हमें थोड़ी राहत मिली। उन्होंने हमें भोजन, पानी दिया और हरसंभव तरीके से मदद की। अगर यहां वे नहीं होते तो हम जिंदा नहीं बच पाते।’
बीते दिनों का डरावना अनुभव साझा करते हुए हर साल हेमकुंड साहिब जाने वाले अमन बिष्ट ने कहा कि सड़क टूट गई थी और कोई पुल नहीं बचा था। और जहां भी सड़क है, यह टूटी हुई है। सेना ने बहुत मदद की।
एक और जिंदा बचे पंजाब के व्यक्ति ने कहा कि वह केवल सेना के जवानों की मदद से अपने परिवार से संपर्क कर पाए। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 22, 2013, 20:31