Last Updated: Wednesday, August 8, 2012, 20:27
राजनीति के मैदान में कूदने को लेकर भंग की जा चुकी टीम अन्ना के कुछ सदस्यों की आलोचना के बीच सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने कहा कि किसी भी फैसले पर 100 फीसदी सहमति नहीं हो सकती और ऐसे ‘प्रिय साथियों’ की संख्या बेहद कम है जो इसके खिलाफ हैं।