Last Updated: Tuesday, December 10, 2013, 14:17
रोकथाम के तमाम प्रयासों के बावजूद पूर्वी उत्तर प्रदेश में हर साल किसी महामारी की तरह फैलने वाले इंसेफेलाइटिस से इस वर्ष अब तक कम से कम 623 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। विशेषज्ञों की नजर में यह भयावह स्थिति इस बीमारी के खिलाफ कोई राष्ट्रीय कार्यक्रम नहीं होने और राज्य तथा केन्द्र सरकार के लापरवाहीपूर्ण रवैये का नतीजा है।