Last Updated: Friday, November 23, 2012, 10:33
पाकिस्तान के अग्रणी समाचारपत्र `डॉन` ने गुरुवार को कहा कि अजमल आमिर कसाब को फांसी दिए जाने की घटना ने संवेदनहीन होकर सुनियोजित ढंग से किए गए जनसंहार की यादें ताजा कर दीं, जिसके कारण पाकिस्तान और भारत के बीच ईंट की दीवार खड़ी हो गई।