Last Updated: Thursday, June 14, 2012, 22:22
अब जबकि देश के 13वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए बिगुल बज चुका है, सियासी घटनाक्रम के बीच यह आकलन मुश्किल प्रतीत हो रहा कि इस बार राष्ट्रपति पद पर कौन आसीन होगा। क्योंकि किसी उम्मीदवार पर अब तक सहमति नहीं बन पाई है। प्रथम नागरिक बनने के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही सियासी सरगर्मी इस कदर बढ़ी कि सभी दल अपने-अपने तरीके से पासा फेंकने में जुट गए।