मिस्र में हिंसक संघर्ष, जनमत संग्रह पर अड़े मोरसी

मिस्र में हिंसक संघर्ष, जनमत संग्रह पर अड़े मोरसी

मिस्र में हिंसक संघर्ष, जनमत संग्रह पर अड़े मोरसीकाहिरा : मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मोरसी के समर्थकों और उनका विरोध कर रहे लोगों के बीच हुई हिंसा के 30 घंटे बाद मोरसी ने शुक्रवार को टेलीविजन पर प्रसारित सीधे भाषण में देश को संबोधित किया। मोरसी ने विवादास्पद नए संविधान पर 15 दिसंबर को जनमत संग्रह कराए जाने का संकल्प दोहराया और कहा कि इसके बाद किसी तरह की बाधा खड़ी नहीं की जानी चाहिए और हर किसी को इसका पालन करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि यदि जनमत संग्रह में लोग नए संविधान को खारिज करते हैं तो वह विवादास्पद संवैधानिक घोषणा को रद्द कर देंगे और नयी संविधान सभा गठित करेंगे। मोरसी ने हाल के घटनाक्रम के लिए विपक्षियों और पूर्व शासन के शेष लोगों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अभियोजन अधिक ब्यौरे का खुलासा करेगा। मोरसी ने अपने भाषण में कहा कि 80 से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए हैं।

राष्ट्रपति ने विपक्ष के साथ वार्ता की पेशकश की और उनके प्रतिनिधियों से शनिवार को उनके कार्यालयों में मिलने की बात कही। उनके भाषण के खत्म होते ही सोशल मीडिया पर आह्वान किया गया कि वर्तमान स्थिति के विरोध में कल एक बार फिर सड़कों पर उतरा जाए। मोरसी के इस्लामी समर्थकों और धर्मनिरपेक्ष विरोधियों के बीच कल हुई हिंसा में सात लोग मारे गए थे और 700 से अधिक घायल हुए थे। (एजेंसी)

First Published: Friday, December 7, 2012, 08:50

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